10 करोड़ रुपये के नए नोट समेत अबतक कुल 106 करोड़ रुपये जब्त
पिछले दिनों कर विभाग ने बेंगलुरू में 5.7 करोड़ रुपये के नए नोट बरामद किए थे. इसके बाद सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय ने नोटबंदी के बाद बड़े पैमाने पर हवाला लेनदेन, भ्रष्टाचार और धनशोधन की जांच शुरू की है.
उन्होंने बताया कि कथित सिंडिकेट के तीन लोगों से पूछताछ की जा रही है. जांच के दायरे में कुछ अन्य लोग भी हैं जिनमें कुछ बैंक अधिकारी भी शामिल हैं.
अधिकारियों ने बताया कि वित्तीय लेन-देन, सोने की बिक्री की एंट्री और बिक्री-खरीद के रिकॉर्ड से जुड़े कई दस्तावेज भी जब्त किए गए.
अधिकारियों ने बताया कि आयकर विभाग की टीम ने पैसे बदलने में शामिल ‘सिंडिकेट’ के कम से कम आठ जगहों पर अभियान शुरू किया और यह राशि जब्त की.
अधिकारियों ने बताया कि विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि इतनी बड़ी मात्रा में नए नोट एक ही व्यक्ति के पास कैसे पहुंचे. इसके अलावा 2000 रुपये के इन नए नोटों की गड्डियों पर बैंक की कोई पर्ची भी नहीं है.
विभाग को पिछले कुछ दिनों में रेड्डी और अन्य लोगों की गतिविधियों के बारे में गुप्त सूचना मिली थी जिसके आधार पर यह छापे मारे गए हैं.
विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया, ‘‘अभियान में अधिकारियों ने एक-एक किलोग्राम वजनी 127 सोने की ईंटें, बंद किए जा चुके 96 करोड़ रुपये के पुराने नोट और 10 करोड़ रुपये के 2,000 रुपये के नये नोट जब्त किए हैं.’’
आयकर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार के साथ काम करने वाले एक ठेकेदार एस. रेड्डी ने दावा किया है कि यह सारा धन और सोना उसका है. विभाग उससे पूछताछ कर रहा है.
सरकार के 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को चलन से बाहर करने के बाद नोटों की जब्ती का यह सबसे बड़ा मामला है. आयकर विभाग ने यहां कल यह अभियान शुरू किया था.
नोटबंदी के बाद टैक्स चोरी के मामलों की जांच में इनकम टैक्स विभाग ने शहर के कई जगहों पर छापे मारकर 10 करोड़ रुपये के नए नोटों समेत कुल 106 करोड़ रुपये नकद और 127 किलोग्राम सोना जब्त किया है.