मोदी के मुखौटे में गुजरात के दो शहरों में उड़े नोट, कौन है ये उड़ाने वाले व्यक्ति, देखें तस्वीरें
नोट उड़ाए जाने पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा, गुजरात में धार्मिक और लोक साहित्य कार्यक्रम में जो नोट उड़ते है वो धर्म के काम में लगाते हैं ना कि उसे घर ले जाते हैं. इस तरह के कार्यक्रम को समाजसेवी संस्था कराती है. साथ ही खाने-पीने के इंतजाम भी कराती है और हम भी इस कार्यक्रम में धार्मिक रुप में अपना कुछ पैसा देते हैं.
बता दें कि यह कार्यक्रम पूरे गुजरात भर में 'डायरो' नाम से काफी मशहूर है जिसे लोग खूब पसंद करते है. इन कार्यक्रमों में लोक संगीत और भजन संगीत गाए जाते हैं.
आगे उन्होंने कहा कि संगीत एक अलग चीज़ है लेकिन फोग मां का दूध है.
गुजरात के दूसरे बड़े शहर वडोदरा से भी कुछ ऐसी ही तस्वीर सामने आईं है. यहां हो रहे एक कार्यक्रम में भी खुले आम गायिका गीता रबारी पर खूब नोट उड़ाए गए. इस कार्यक्रम में गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष जीतू वघानी भी मौजूद थे.
इस भजन कार्यक्रम में उड़ाए जा रहे नोटों पर गायक का कहना है कि पैसे चैरिटी के लिए उड़ाए जा रहे थे. इसमें एक भी रुपए कोई लेकर नहीं जाता है. वो कहते है कि जो पुरूषत्तम मास यानी कि अधिक मास में कार्यक्रम होते हैं उसमें कोई एक भी पैसा खुद नहीं लेता है.
गुजरात के अहमदाबाद में गायक बृजराज पाठक के एक भजन कार्यक्रम में जमकर नोट बरसाए गए. उनपर खूब नोटों की बारिश की गई. ज्यों-ज्यों गाने की धुन तेज होती वहां मौजूद दर्शक उतनी ही तेजी से नोट बरसाने लगते. तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि पीएम मोदी का मुखौटा पहने लोग कैसे नोट उड़ा रहे हैं.