Zika Virus Vaccine Trial: कोरोनावायरस से पहले दुनिया के कई देशों में कोहराम मचा चुके जीका वायरस (Zika Virus) का अभी तक कोई कारगर टीका तैयार नहीं हो पाया है. हालांकि, अब ग्रेट ब्रिटेन (United Kingdom) में एक यूनिवर्सिटी में इसके टीके का पहला ह्यूमन ट्रायल शुरू कर दिया गया है. यूनिवर्सिटी ऑफ लिवरपूल की टीका बनाने वाली टीम ने इस बारे में जानकारी दी. 


बताया जा रहा है कि जीका वायरस से बचाव के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ लिवरपूल में तैयार किए गए टीके को जानवरों पर आजमाया गया था, जहां आशाजनक परिणाम मिले. इसके बाद उन्‍होंने नए टीके का इंसान पर परीक्षण शुरू कर दिया है. स्‍वास्‍थ्‍य विशेषज्ञों का कहना है कि मच्छरों के काटने से मलेरिया और डेंगू के अलावा जीका वायरस भी फैलता है.


जीका वायरस से होने वाला संक्रमण इतना खतरनाक होता है, कि कई बार इसमें अस्पताल में भर्ती होना पड़ जाता है. अगर किसी प्रेगनेंट महिला को ये संक्रमण हो जाए तो इससे गर्भ में पल रहे शिशु की जान पर बन आती है. 


अफ्रीकी देश युगांडा से फैला इसका प्रकोप


जीका वायरस सबसे पहले एक अफ्रीकी देश युगांडा में सामने आया था. बताया जाता है कि वहां 2016 में इस वायरस ने बहुत-से लोगों की जानें ले लीं. हालांकि अब ये उतना घातक नहीं माना जाता. मगर इसका खतरा निरंतर बना हुआ है, हर साल मच्छर जनित वायरस के हजारों मामले सामने आते हैं, मुख्यत: भूमध्य रेखा के करीब के देशों में, गर्भवती महिलाएं इसके संक्रमण के लिए सबसे अधिक जोखिम वाली आबादी बनी हुई हैं, क्योंकि यह वायरस गंभीर भ्रूण जन्म दोष पैदा कर सकता है.


अभी कोई टीका या सटीक उपचार उपलब्ध नहीं


स्‍वास्‍थ्‍य विशेषज्ञों को उम्‍मीद है कि ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी द्वारा तैयार किए गए टीके से महिलाओं और बच्‍चों का बचाव हो सकेगा. वहां बनाया गया टीका अत्यधिक सुरक्षात्मक और लंबे समय तक के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न करेगा. फर्स्‍ट ह्यूमन ट्रायल सफल होने पर, उसका नया ट्रायल जीका वायरस से निपटने में बड़ी सफलता का कारण बन सकता है, जिसके लिए अभी भी दुनिया में कहीं भी कोई टीका या सटीक उपचार उपलब्ध नहीं है.


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