यूक्रेन अमेरिका के साथ विवादित मसलों पर चर्चा के लिए तैयार है. यह बयान खुद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने दिया है. उन्होंने कहा है कि रूस के साथ युद्ध को खत्म करने के लिए अमेरिका के समर्थित फ्रेमवर्क को आगे बढ़ाने और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात करने को राजी है. इसमें यूरोप के सहयोगी भी शामिल होने चाहिए. बता दें, यूएस और यूक्रेन के अधिकारी रूस और यूक्रेन में चल रहे युद्ध को खत्म करने की कोशिश कर रह हैं. 

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जेलेंस्की ने कहा,"हमारा पक्का मानना है कि यूक्रेन के बारे में उससे जुड़े सुरक्षा के फैसलों में उसे शामिल करना चाहिए. साथ ही यूरोप की सुरक्षा को लेकर यूरोप को भी शामिल करना चाहिए. जब भी कोई देश के बारे में या उसके लोगों के हित में फैसले पीठ पीछे लिए जाते हैं, तो ज्यादा रिस्क रहता है कि वह काम नहीं करेगी. फ्रेमवर्क टेबल पर है. हम राष्ट्रपति ट्रंप के साथ व्यक्तिग मुलाकात साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं "

ट्रंप ने कहा था कि पीस प्लान को पक्का ब्लू प्रिंट न समझें

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इससे पहले ट्रंप कई बार डेडलाइन अनाउंस करने की चेतावनी देकर बातचीत को तेज करने की कोशिश कर चुके हैं. उन्होंने गुरुवार तक एग्रीमेंट की उम्मीद जताई है. उन्होंने कहा था कि मेरे लिए डेडलाइन तब है, जब यह खत्म हो जाए. मुझे लगता है कि हर कोई लड़ते-लड़ते थक गया है. उन्होंने साथ ही कहा था कि 28 पाइंट्स के पीस प्लान को पक्का ब्लूप्रिंट न समझें. 

इसके अलावा सोशल मीडिया पर ट्रंप ने पोस्ट कर कहा था कि असहमति के कुछ पॉइंट बचे हैं. उन्होंने अपने राजदूत स्टीव विटकॉफ को मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से और अपने आर्मी सेक्रेटरी डैन ड्रिस्कॉल को उसी समय यूक्रेन के अधिकारियों से मिलने के निर्देस दिए थे.  

ट्रंप ने लिखा, " मुझे उम्मीद है कि मैं जल्द ही राष्ट्रपति जेलेंस्की और राष्ट्रपति पुतिन से मिलने का इंतजार कर रहा हूं. यह मुलाकात तभी होगी, जब युद्ध को खत्म करने की डील फाइनल हो जाए या अपने आखिरी स्टेज में हो."

इधर यूक्रेनी डिप्लोमेट ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि इलाके में छूट एक बड़ा मुद्दा है. इसका मतलब है कि खास पॉइंट पर समझौते के बावजूद फाइनल डील पक्की नहीं है. उन्होंने कहा कि ये हमारे बेहद ही मुश्किल सवाल है. 

रूस ने कीव पर किया हमलाइधर, जब शांति समझौते पर बातचीत का दौर चल रहा है, उसी दौरान कीव पर रूस ने मिसाइलों और ड्रोन से हमले की बौछार की है. इसमें सात लोग मारे गए हैं. बिजली और हीटिंग सिस्टम फिर से खराब हो गए हैं. इधर, मंगलवार को नेशनल सिक्योरिटी चीफ रुस्तम उमरोव ने कहा है कि जेलेंस्की ट्रंप के साथ डील फाइनल करने के लिए अगले कुछ दिनों में अमेरिका जा सकते हैं. फिलहाल, इस यात्रा की अमेरिका की तरफ से पुष्टी नहीं हुई है. 

क्या है इस प्लान में ? शांति समझौते में जो मुद्दे रखे हैं, उसमें कहा गया है कि यूक्रेन को लगभग 20% से ज्यादा इलाके को छोड़ना होगा. जिसपर रूस ने 2022 में बड़े हमले कर कब्जा कर लिया. साथ ही इसमें यूक्रेन की सेना को रोकना और उसे NATO में शामिल न होने की बात कही गई है. हालांकि, रूस इन शर्तों को सरेंडर होने जैसा मानकर मना करता रहा है. 

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि बदले हुए शांति प्लान में पुतिन और ट्रंप के बीच हुई अलास्का बैठक में बनी समझ की भावना दिखनी चाहिए.