World Top War Tank: आज के समय में दुनिया के कई देश हैं, जो युद्ध में इस्तेमाल किए जाने वाले अत्याधुनिक हथियार रखते हैं. आज हर देश अपनी आर्मी पावर को बढ़ाने की कोशिश में लगा हुआ है. चाहे वो सुपर पावर कहे जाने वाला देश अमेरिका हो, चीन, रूस, जापान या भारत. ये सारे देश आज के परिवेश में आर्मी पावर के नाम से जाने भी जाते है. इनके पास मॉर्डन हथियारों का जखीरा है. 

इसी तरह टैंक भी एक ऐसी मारक क्षमता वाली वॉर मशीन है, जो किसी भी सेना के लिए सम्मान की बात होती है. टैंक युद्ध के मैदान में महत्वपूर्ण सहयोग करता है. हाल में यूक्रेन-रूस के बीच चल रहे युद्ध के दौरान ब्रिटेन ने यूक्रेन को चैलेंजर-2 टैंक देने का ऐलान किया है. उधर जर्मनी भी यूक्रेन को लैपर्ड टैंक भेजने की योजना बना रहा है.

दुनिया के कुछ ताकतवर टैंक

Abrams M1A2- ये टैंक अमेरिका की सेना के लिए जनरल डायनामिक्स लैंड सिस्टम की ओर विकसित किया गया है. टैंक को M1A1 के प्रदर्शन के आधार पर बनाया गया था और इसमें बेहतर मारक क्षमता और गतिशीलता प्रदान करने के लिए आधुनिक तकनीक शामिल है. टैंक की मुख्य बंदूक मैन्युअल रूप से भरी हुई 120 मिमी एक्सएम 256 स्मूथ बोर तोप है जो बख्तरबंद वाहनों, पैदल सेना और कम-उड़ान वाले विमानों में नाटो के विभिन्न गोला-बारूद को दाग सकती है.  

T-14 Armata- ये एक नई पीढ़ी का रूसी MBT है, जिसे Uralvagonzavod (UVZ) की ओर से रूसी सेना के लिए बनाया गया है. टैंक मुख्य रूप से ऑटोमेटिक लोडर की मदद से चलता है. ये 125mm 2A82-1M स्मूथ बोर तोप है. टैंक लेजर-गाइडेड मिसाइल लॉन्च कर सकता है और 45 राउंड गोला बारूद ले जा सकता है. T-14 Armata MBT STANAG 4569 लेवल 5 सुरक्षा देता है. 

Arjun- भारत का अर्जुन टैंक थर्ड जेनरेशन का वॉर टैंक है. इसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के लड़ाकू वाहन अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान के मदद से भारतीय सेना के लिए डिज़ाइन किया गया है. डिजाइन पर काम 1986 में शुरू हुआ और 1996 में पूरा हुआ. 2004 में, भारतीय सेना ने अर्जुन मुख्य लड़ाकू टैंक को सेवा में स्वीकार कर लिया. अर्जुन को मूल रूप से 43वीं आर्मर्ड रेजीमेंट को प्रदान किया गया था, जिसकी स्थापना 2009 में हुई थी. Challenger 2- चैलेंजर 2 ब्रिटिश सेना और ओमान की शाही सेना का खास वॉर टैंक है. ये चैलेंजर 1 टैंक पर आधारित टैंक है. इसका डिजाइन और निर्माण ब्रिटिश विकर्स डिफेंस सिस्टम्स (अब बीएई सिस्टम्स) ने किया है. चैलेंजर 2 की क्षमताओं को बोस्निया, कोसोवो और इराक में युद्ध तैनाती के दौरान दिखाया गया था, जहां इसे दुनिया के सबसे विश्वसनीय मुख्य वॉर टैंक के रूप में वर्णन किया गया था. चैलेंजर 2 का प्राइमरी विपेन एक 120mm L30 CHARM (CHallenger main ARMament) तोप है, जबकि कम्प्लीमेंटरी हथियारों में C-अक्षीय 7.62mm चेन तोप और एक बुर्ज-माउंटेड 7.62mm मशीन गन शामिल हैं.

VT4 MBT- ये वॉर टैंक चीन का एक तीसरी पीढ़ी का टैंक है, जिसे मुख्य रूप से चाइना नॉर्थ इंडस्ट्रीज कारपोरेशन (नोरिन्को) की ओर से निर्यात बाजारों के लिए डिजाइन और निर्मित किया गया है. रॉयल थाई आर्मी ने पहली बार 2017 में टैंक का इस्तेमाल किया था. खास वॉर युद्धक टैंक 125 मिमी स्मूथ बोर गन से लैस है, जो APFSDS राउंड, HEAT वॉरहेड्स, आर्टिलरी और गाइडेड मिसाइलों को फायर कर सकता है. एक दूर से नियंत्रित 12.7 मिमी एंटी-एयरक्राफ्ट मशीन गन और 7.62 मिमी समाक्षीय मशीन गन द्वितीयक आयुध का हिस्सा हैं.

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