खाड़ी देशों के शाही परिवारों की गिनती दुनिया के सबसे अमीर और प्रभावशाली परिवारों में होती है. संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब और कतर जैसे देशों की सत्ता इन्हीं राजघरानों के हाथों में है. इन परिवारों की दौलत की नींव भले ही तेल और गैस से पड़ी हो, लेकिन समय के साथ इन्होंने वैश्विक निवेश, टेक्नोलॉजी, फाइनेंस और रियल एस्टेट के जरिए अपनी संपत्ति को कई गुना बढ़ा लिया है.

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ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के सबसे अमीर परिवार पहले से कहीं ज्यादा संपन्न हो चुके हैं और उनकी कुल संपत्ति अब 2.9 ट्रिलियन डॉलर के आंकड़े को छू चुकी है. ताजा आंकड़ा पिछले आंकड़ों से 358.7 बिलियन डॉलर ज्यादा है. इससे खाड़ी देशों के शाही परिवारों का दबदबा साफ नजर आता है.

अल नाहयान परिवार

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संयुक्त अरब अमीरात पर शासन करने वाला अल नाहयान परिवार न सिर्फ क्षेत्रीय राजनीति में बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में भी बड़ी भूमिका निभाता है. यह परिवार अबू धाबी का शासक है और लंबे समय से देश की दिशा तय करता आ रहा है. तेल की खोज से पहले भी इस परिवार का प्रभाव मजबूत था, लेकिन ऊर्जा संसाधनों ने इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहद शक्तिशाली बना दिया. आज इस परिवार की संपत्ति $335.9 बिलियन डॉलर है. यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के नेतृत्व में परिवार ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, नई तकनीक और भविष्य के उद्योगों में भारी निवेश किया है. इसके चलते यूएई खुद को सिर्फ तेल आधारित अर्थव्यवस्था से निकालकर एक ग्लोबल इनोवेशन हब के रूप में स्थापित कर रहा है.

अल सऊद परिवार

सऊदी अरब का अल सऊद परिवार दुनिया के सबसे बड़े और सबसे अमीर राजघरानों में शामिल है. इस परिवार ने लगभग एक सदी पहले आधुनिक सऊदी अरब की नींव रखी थी. देश के विशाल तेल भंडार इस परिवार की आर्थिक ताकत का सबसे बड़ा आधार रहे हैं. इस परिवार के पास कुल $213.6 बिलियन डॉलर की संपत्ति है.

अल सऊद परिवार की खास बात यह है कि यह सिर्फ एक शाही परिवार नहीं, बल्कि हजारों सदस्यों वाला एक विशाल वंश है. इसकी संपत्ति सिर्फ निजी नहीं बल्कि सरकारी तंत्र, जमीन, कॉन्ट्रैक्ट और सरकारी कंपनियों से जुड़ी हुई है. सऊदी अरब का सॉवरेन वेल्थ फंड दुनिया के सबसे बड़े निवेश फंड्स में गिना जाता है, जो  $1 ट्रिलियन डॉलर की संपत्ति को मैनेज करता है. क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के नेतृत्व में सऊदी अरब अब तेल से आगे बढ़कर पर्यटन, इंफ्रास्ट्रक्चर और टेक्नोलॉजी में निवेश कर रहा है.

अल थानी परिवार

कतर पर शासन करने वाला अल थानी परिवार भी खाड़ी क्षेत्र के सबसे अमीर राजघरानों में शामिल है. यह परिवार उन्नीसवीं सदी से कतर की सत्ता संभाले हुए है. कतर के विशाल प्राकृतिक गैस भंडारों ने देश को दुनिया के सबसे अमीर देशों में शामिल कर दिया और इसी के साथ अल थानी परिवार की संपत्ति भी तेजी से बढ़ी. ये सबसे अमीर परिवारों में चौथे नंबर पर है. इनके पास कुल  $199.5 बिलियन डॉलर की संपत्ति है.

इस परिवार का प्रभाव सिर्फ राजनीति तक सीमित नहीं है. अंतरराष्ट्रीय होटल, इंश्योरेंस, कंस्ट्रक्शन, बैंकिंग और लग्जरी रियल एस्टेट में इसके निवेश फैले हुए हैं. यूरोप के बड़े शहरों में महंगी प्रॉपर्टी से लेकर फैशन और लाइफस्टाइल ब्रांड्स तक, अल थानी परिवार की मौजूदगी वैश्विक स्तर पर दिखाई देती है.

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