Pakistan Army: पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने राजनीतिक फायदे के लिए एक राजनीतिक दल और उसके कुछ सदस्यों की ओर से सेना पर “आधारहीन” आरोप लगाए जाने को लेकर गहरी चिंता जताई है.


सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने बुधवार को नए राष्ट्रपति जरदारी से मुलाकात की, तभी जरदारी ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी पर यह परोक्ष हमला किया. मुलाकात के दौरान सेना प्रमुख ने पिछले महीने पाकिस्तान का 14वां राष्ट्रपति बनने के लिए जरदारी को बधाई दी.


राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि राष्ट्रपति जरदारी ने “संकीर्ण राजनीतिक फायदे के लिए एक खास राजनीतिक दल और उसके कुछ व्यक्तियों द्वारा सेना और उसके नेतृत्व पर निराधार आरोप लगाये जाने पर गंभीर चिंता व्यक्त की और ऐसे विघटनकारी तत्वों से सख्ती से निपटने का संकल्प लिया.”


जरदारी अप्रैल 2022 में सत्ता से बेदखल होने पर इमरान खान और उनकी पार्टी द्वारा पाकिस्तानी सेना पर लगाए गए आरोपों का जिक्र कर रहे थे. पाकिस्तान के 75 वर्ष के इतिहास में आधे से अधिक समय सेना का शासन रहा है। सेना का सुरक्षा और विदेश नीति से संबंधित मामलों में खासा दखल रहा है.


पाकिस्तानी आर्मी को कितने पैसे मिलते हैं


किसी भी देश की आर्मी में ऑफिसर को उनके रैंक के हिसाब से सैलरी मिलती है. पाकिस्तान में भी अलग अलग कैटेगरी है. रिपोर्ट्स के अनुसार, इसमें करीब 22 बीपीएस कैटेगरी हैं, जिनके हिसाब से सैनिकों की सैलरी डिसाइड होती है. पाकिस्तानी वेबसाइटों की रिपोर्ट के हिसाब से बीपीएस-1 यानी सबसे जूनियर कैटेगरी में कम से कम सैलरी 11720 पाकिस्तानी रुपये और मैक्सिमम 23120 पाकिस्तानी रुपये है.


सबसे ज्यादा सैलरी की बात करें तो वो बीपीएस-22 वालों को मिलती है, जिसमें मिनिमम सैलरी 82380 पाकिस्तानी रुपये और हाइएस्ट सैलरी 164560 पाकिस्तानी रुपये है.


आपको बता दें कि पाकिस्तान में हुए हालिया चुनाव में भी धांधली को लेकर विपक्ष सेना पर आरोप लगा रही है. पाकिस्तान की सेना पर लगातार देश की राजनीति में हस्तक्षेप के आरोप लगते रहे हैं.