Saudi Arabia Currency Value In India: इस्लाम धर्म को मानने वाले लोगों के लिए ईद काफी महत्वपूर्ण पर्व है. ये आने वाले 31 मार्च या 1 अप्रैल को पूरे भारत में मनाई जाएगी. हालांकि, ये चांद दिखने के बाद ही फैसला किया जाएगा कि ईद आखिर कौन सी तारीख को मनाई जाएगी. इस दौरान विदेशों में रहने वाले लाखों की संख्या में लोग ईद मानने के लिए भारत आते हैं. खासकर वो लोग जो खाड़ी देशों में रहते हैं. खाड़ी देशों की बात करें तो सऊदी अरब एक ऐसी कंट्री है जहां काम करने वाले भारतीय मुसलमानों की तादाद काफी है. इसकी सबसे बड़ी वजह वहां से होने वाली कमाई है. बता दें कि सऊदी अरब की करेंसी रियाल भारतीय रुपये के मुकाबले काफी मजबूत है. वाइस डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक 1 रियाल की कीमत 23.24 रुपये हैं.
अगर कोई भारतीय सऊदी अरब में पैसे कमाता है तो उसकी वैल्यू भारत में आकर काफी ज्यादा हो जाएगी. 1 रियाल की कीमत 23.24 रुपये हैं. इस हिसाब से अगर कोई आदमी 1 लाख रियाल कमाता है तो भारत में उसकी कीमत 23 लाख के पार चली जाएगी. इस तरह से वो भारत में काफी पैसे वाला आदमी कहलाएगा. बता दें कि सऊदी अरब में भारतीय कामगारों की काफी मांग है. इस वजह से हर साल लाखों भारती काम के लिए सऊदी अरब का रूख करते हैं.
भारतीय मजदूरों की तादादसऊदी अरब में काम कर रहे भारतीय मजदूरों की तादाद लगातार बढ़ रही है. वर्ष 2023-24 में वहां रह रहे भारतीयों की संख्या 2.65 मिलियन (26 लाख 50 हजार) से भी अधिक हो चुकी है. यह सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है, बल्कि यह भारत और सऊदी अरब के बीच मजबूत होते आर्थिक और राजनयिक संबंधों का प्रतीक है. इसके साथ ही यह भारतीय पेशेवरों और कामगारों की बढ़ती मांग को भी दर्शाता है, जो सऊदी अरब की बदलती अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.
सऊदी अरब के विजन 2030 का असरसऊदी अरब की सरकार ने अपने विजन 2030 के तहत देश की अर्थव्यवस्था को तेल-निर्भरता से बाहर निकालने और कंस्ट्रक्शन, इंफ्रास्ट्रक्चर, टेलीकॉम, आईटी, हेल्थकेयर, और ग्रीन एनर्जी जैसे नए क्षेत्रों में विस्तार देने की योजना बनाई है. इन सेक्टर्स में कुशल कामगारों की भारी मांग उत्पन्न हुई है. भारत से बड़ी संख्या में मजदूर और पेशेवर अब सऊदी अरब में रोजगार की तलाश में जा रहे हैं, और इन क्षेत्रों में भारतीय कामगारों की अहम भागीदारी है.
भारतीय कामगारों की बढ़ती मांगसऊदी अरब की सरकारी कंपनी तकामोल होल्डिंग और भारत की नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (NSDC) ने मिलकर 65 प्रकार की प्रोफेशनल स्किल्स के लिए ट्रेनिंग कार्यक्रम शुरू किए हैं. इसका मकसद भारतीय कामगारों को सऊदी अरब में आसानी से रोजगार दिलाना और उनकी कुशलता को और अधिक निखारना है. यह कदम सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था में भारतीय कामगारों की भागीदारी को और बढ़ाने में सहायक साबित हो रहा है.