Arzoo Kazmi Maulana Sajid Rashidi: सोशल मीडिया पर एक पाकिस्तानी महिला पत्रकार और भारतीय मौलाना के बीच हुई बहस का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में महिला पत्रकार मौलाना से इस्लाम (Islam), हिजाब (Hijab), जिहाद (Jihad), इस्लामिक रिवाजों और कुरीतियों पर सवाल करती है तो मौलाना ऐसे-ऐसे जवाब देता है कि सुनकर हंसी छूट जाएगी.
वीडियो में मौलाना बता बता रहा है कि जो मुस्लिम युवक जिहाद करते हुए मारे जाते हैं, उन्हें जन्नत में 72 हूरें मिलती हैं और ये हूरें उनके अच्छे काम का नतीजा होती हैं. लेकिन तभी पत्रकार ये पूछ बैठती है कि आखिर जो महिला इस्लाम का पूरी सच्चाई के साथ पालन करती है, तो उसे जन्नत में क्या मिलता है? इस पर मौलाना कहता है- "आप जन्नत में उन 72 हूरों की सरदार होंगी."
पाकिस्तानी पत्रकार के सवालों में फंसे भारतीय मौलानाये जवाब देने वाले मौलाना कोई और नहीं, बल्कि ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के प्रेसीडेंट साजिद रशीदी हैं. वो एक बार पाकिस्तानी पत्रकार आरजू काजमी के साथ मुखातिब थे, जो उनका आॅनलाइन इंटरव्यू कर रही थीं. उसी दौरान आरजू ने उनसे पूछा- "जन्नत को जो नक्शा बताया गया है जिसमें कहा गया है कि वहां पर शराब और 72 हूरें मिलेंगी, वह भी अय्याशी का एक अड्डा है या नहीं?" इस पर मौलाना साजिद रशीदी ने कहा, "अल्लाह के हुकूम को मानना दीन है...और अगर कुरान यह कहता है कि जन्नत में जाने के बाद अल्लाह तुम्हें शराब-ए-तहूर यानी पाक पानी दे रहा है तो उस पर एतराज नहीं होना चाहिए."
जो महिला सारे नियम माने तो वो हूरों का सरदार होगीवहीं, इसके बाद आरजू ने पूछा, "अगर कोई महिला इस्लाम का पालन करती है तो उसे क्या मिलेगा?" तब मौलाना ने कहा कि अगर कोई महिला इस्लाम के हर नियम को मानती है तो फिर उसे हूरों का सरदार बनाया जाएगा और उसे वही शौहर मिलेगा जो धरती पर था. यह सुनकर आरजू हंसने लगीं.
महिलाओं के लिए 72 हूरों जैसा कोई नियम क्यों नहीं: आरजू उन्होंने आगे पूछा, "..तो महिलाओं के लिए 72 हूरों जैसा कोई नियम क्यों नहीं बनाया गया और उन्हें एक ही पति क्यों मिलेगा जबकि पति के पास हूरों का झुंड होगा?" मौलाना रशीदी के पास इसका कोई जवाब नहीं था और वह कहने लगे कि आपको यह सवाल अल्लाह से पूछना चाहिए जिसने जन्नत में मुसलमानों के लिए यह नियम बनाया है."
पाकिस्तान इस्लामिक स्टेट है भी या नहीं: मौलाना आरजू और भी सवाल करने वाली थीं तो मौलाना ने कहा, "पहले तो आप ये तय कीजिए कि पाकिस्तान इस्लामिक स्टेट है भी या नहीं? बताएं इस्लामिक स्टेट है क्या पाकिस्तान?" आरजू बोलीं- "हां बिल्कुल है", तो मौलाना आगे बोला, "अगर इस्लामिक स्टेट होता..तो आप इस तरह मेरा इंटरव्यू नहीं कर पातीं. बाकायदा हिजाब के साथ आपको बैठना पड़ता."
'इस्लामी जिंदगी तो अल्लाह-चाही है, मनचाही नहीं है'आरजू बोलीं कि हिजाब जरूरी नहीं है. अब तो सउदी अरब भी हटा रहा है इन चीजों को. तो क्या वो मुस्लिम देश नहीं है? तब मौलाना ने कहा कि "वो जम्हूरियत में आ रहा है न. जम्हूरियत का मतलब ये है कि जिसमें हर आदमी को अपनी तरह की जिंदगी जीने को मिले. अपनी आजादी के साथ जीने का हक हो. तो इसमें इस्लामी क्यों जोड़ रही हो आप? ये इस्लामी जिंदगी नहीं है, इस्लामी जिंदगी तो अल्लाह-चाही है...मनचाही नहीं है."
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