रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रविवार को रूस के परमाणु बलों को 'हाई अलर्ट' पर रहने का आदेश दिया,जिससे पूर्व और पश्चिम के बीच तनाव और बढ़ गया है.
देश में रूस के सैनिकों और यूक्रेनी सेना के बीच घमासान जारी है, ऐसे में यूक्रेन के नेता रूस के साथ बातचीत करने के लिए सहमत हो गए हैं. रूस की सेना और टैंक यूक्रेन में काफी अंदर तक घुस आए हैं और राजधानी के आसपास पहुंच गए हैं.
उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के 'आक्रामक बयान' और कड़े आर्थिक प्रतिबंधों का हवाला देते हुए पुतिन ने रूस के परमाणु हथियारों को तैयार रखने के संबंध में एक आदेश जारी किया है. इससे आक्रमण के परमाणु युद्ध में तब्दील होने की आशंका पैदा हो गई है.
अमेरिका के एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया, 'रूस के नेता ऐसे बलों को तैयार रहने को कह रहे हैं और अगर थोड़ी सी भी चूक हुई तो स्थिति बेहद खतरनाक हो सकती है.' लेकिन इन सबके बीच आपको बताते हैं कि रूस और यूक्रेन के पास कितने परमाणु हथियार हैं.
पहले बात रूस की. दुनिया में सबसे ज्यादा परमाणु हथियार रूस के पास हैं. रूस के पास बैलिस्टिक मिसाइलों की भरमार है. बुलेटिन ऑफ द एटॉमिक साइंटिस्ट्स की एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि रूस के पास जमीन, समुद्र और वायु-आधारित हथियारों के रूप में 1,500 से अधिक हथियार हैं और लगभग 3,000 रिजर्व हैं.
अमेरिका तक मार करने में सक्षम जमीन और पनडुब्बी-आधारित मिसाइलों के अलावा ऐसे बम और मिसाइलें हैं, जिन्हें विमान के जरिए भी छोड़ा जा सकता है. रूस ने इन वॉरहेड्स को तैनात करने के लिए कई तरह के तरीके विकसित किए हैं.
क्या यूक्रेन के पास हैं परमाणु हथियार?
44 मिलियन आबादी वाला यूक्रेन एक गणतंत्र राष्ट्र है, जिसे 1991 में आजादी मिली थी. जब सोवियत संघ टूटा, तब यूक्रेन के पास परमाणु हथियारों का तीसरा सबसे बड़ा भंडार था. यूएस के आर्म्स कंट्रोल एसोसिएशन के अनुसार, यूएसएसआर के विघटन के समय यूक्रेन के पास 1,900 स्ट्रैटेजिक वॉरहेड्स, 176 आईसीबीएम और 44 स्ट्रैटेजिक बॉम्बर्स थे.
बहरहाल, 1994 में, यूक्रेन ने बेलारूस और कजाकिस्तान के साथ परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) पर दस्तखत किए.1996 के अंत तक यूक्रेन के परमाणु हथियार रूस को हस्तांतरित कर दिए गए और देश ने 2001 में अपने आखिरी स्ट्रैटेजिक न्यूक्लियर डिलिवरी व्हीकल को नष्ट कर दिया.