रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत दौरे पर आ रहे हैं और उनके आगमन से पहले उनके सुरक्षा घेरों को लेकर एक बार फिर चर्चा तेज हो गई है. दुनिया के सबसे सुरक्षित राष्ट्राध्यक्षों में गिने जाने वाले पुतिन सामान्य परिस्थितियों में भी चार सुरक्षा घेरे में रहते हैं और भारत पहुंचने पर भी इसी मॉडल की सुरक्षा लागू किए जाने की संभावना है.

Continues below advertisement

पुतिन की सुरक्षा कैसे होती है?पुतिन की सुरक्षा प्रणाली को दुनिया की सबसे गुप्त और सबसे हाई-टेक सुरक्षा व्यवस्था माना जाता है. यह सुरक्षा चार लेयर में बंटी होती है, जिसमें हथियारबंद बॉडीगार्ड, स्नाइपर, हमशक्ल व्यक्ति, बुलेटप्रूफ ब्रीफकेस और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी शामिल होती है.

पहली लेयर: निजी बॉडीगार्डसबसे नजदीकी घेरा पुतिन के पर्सनल सिक्योरिटी एजेंटों का होता है. ये पुतिन के चारों ओर चलते हैं. इनके पास एक विशेष बुलेटप्रूफ ब्रीफकेस होता है. इनके पास 9 mm SR-1 वेक्टर पिस्तौल होती है, जो कवच भेदी गोलियों को भी झेल सकती है.दूसरी लेयर: भीड़ में छिपी सुरक्षादूसरा सुरक्षा घेरा ऐसा होता है जो आम आंखों को नजर नहीं आता. यह सुरक्षा अधिकारी भीड़ में सामान्य व्यक्तियों की तरह घुलमिल कर रहते हैं और किसी भी संदिग्ध हरकत पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हैं. तीसरी लेयर: चारों ओर घेरा और स्नाइपरतीसरी लेयर में बॉडीगार्डों की दूसरी टीम और आसपास की इमारतों पर तैनात स्नाइपर शामिल होते हैं, जिनकी नजर हर दिशा में रहती है. यह लेयर किसी भी खतरे को सुरक्षा घेरे के पास आने से पहले ही निष्क्रिय करने की क्षमता रखती है.

Continues below advertisement

चौथी लेयर: तकनीकी और खुफिया सुरक्षायह सुरक्षा लेयर महीनों पहले से सक्रिय हो जाती है. गंतव्य स्थान का निरीक्षण, मौसम और जोखिम रिपोर्ट, मोबाइल नेटवर्क और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी, बम डिफेंस जेमर सिस्टम की तैनाती जैसी चीजों के अलावा पुतिन के ठहरने और यात्रा क्षेत्रों में हर तकनीकी गतिविधि को स्कैन किया जाता है.

भारी गाड़ियों का काफिलायात्रा के दौरान पुतिन के साथ बख्तरबंद गाड़ियों का काफिला चलता है, जिसमें AK-47, एंटी-टैंक ग्रेनेड लॉन्चर और पोर्टेबल एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइलों से लैस कमांडो मौजूद रहते हैं.

भारत दौरे के लिए तैयारियांपुतिन के 4 दिसंबर को भारत आने की घोषणा के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने उनकी यात्रा मार्ग, ठहरने की जगह और कार्यक्रम स्थलों पर शुरुआती निरीक्षण शुरू कर दिया है. माना जा रहा है कि भारत में भी पुतिन अपनी इसी वैश्विक सुरक्षा प्रणाली के साथ यात्रा करेंगे.