USA News: देश में इस समय अमेरिका से डिपोर्ट कर भारत भेजे गए 104 भारतीयों को लेकर बवाल मचा हुआ है. विपक्ष सांसद में इसको लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहा है. इसी बीच यूएस बॉर्डर पैट्रोल (UBSP) ने अमेरिकी मिलिट्री प्लेन से अवैध प्रवासी भारतीयों को भारत भेजे जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया है.

बुधवार (5 फरवरी) को अमेरिकी मिलिट्री विमान यूएस सी17 पंजाब के अमृतसर में लैंड किया. विमान ने अमृतसर एयरपोर्ट अथॉरिटी से लैंड करने की परमिशन मांगी थी, जिसके बाद उन्हें लैंड करने की मंजूरी दी गई.

माइकल डब्ल्यू. बैंक्स ने शेयर किया वीडियो

सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए यूएस बॉर्डर पैट्रोल के अध्यक्ष माइकल डब्ल्यू. बैंक्स ने लिखा, "यूएसबीपी और पार्टनर्स ने अवैध प्रवासियों  को सफलतापूर्वक भारत भेज दिया है, जो सैन्य परिवहन का उपयोग करते हुए अब तक की सबसे दूर की निर्वासन उड़ान है. यह मिशन आव्रजन कानूनों को लागू करने और तेजी से निष्कासन सुनिश्चित करने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है. यदि आप अवैध रूप से बॉर्डर पार करते हैं, तो आपको इसका अंजाम भुगतना होगा. इस वीडियो में सभी के हाथों में हथकड़ी बंधी हुई है. सभी के पैरों में बेड़ियां भी हैं. इसके अलावा उन्होंने इन प्रवासियों को 'illegal aliens' कहा है. 

104 भारतीय  थे सवार

अमेरिकी सैन्य विमान सी-17 में 104 भारतीय सवार थे, जिनमें 79 पुरुष और 25 महिलाएं शामिल थीं.  इस विमान से गुजरात के 33, हरियाणा के 33, पंजाब के 30, महाराष्ट्र के तीन, उत्तर प्रदेश के तीन और चंडीगढ़ के दो लोग वापस आए हैं. अमेरिकी सी-17 सैन्य विमान अवैध प्रवासियों को लेकर मंगलवार को टेक्सास से भारत के लिए रवाना हुआ था. 

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने दिया बयान 

राज्य सभा में बोलते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, "अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे वापस लौटने वाले प्रत्येक व्यक्ति (अमेरिका से निर्वासित भारतीय) के साथ बैठें और पता लगाएं कि वे अमेरिका कैसे गए, एजेंट कौन था, और हम कैसे सावधानी बरतें ताकि यह फिर न हो."

उन्होंने आगे कहा, "कानूनी गतिशीलता को प्रोत्साहित करना और अवैध आवागमन को हतोत्साहित करना हमारे सामूहिक हित में है. यदि कोई नागरिक अवैध रूप से विदेश में रह रहा पाया जाता है तो उसे वापस बुलाना सभी देशों का दायित्व है. निर्वासन की प्रक्रिया कोई नई नहीं है."