US China Relations: अमेरिकी कांग्रेस की ओर से आयोजित एक सिमुलेशन के मुताबिक, चीन के साथ जंग की स्थिति में अमेरिका कुछ ही दिनों में अपनी मिसाइलें खत्म कर लेगा और संघर्ष में हार का सामना करेगा.

गुरुवार (5 दिसंबर) को हाउस सेलेक्ट कमेटी ऑन चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से आयोजित इस सिमुलेशन में कांग्रेस के सदस्यों और विशेषज्ञों ने अमेरिकी रक्षा उद्योग की सीमाओं पर सवाल उठाए गए. उन्होंने बताया कि अमेरिकी सेना को सही समय पर आपूर्ति देने में यह उद्योग अक्षम है, जिससे जंग जीतना असंभव हो सकता है.

ताइवान और इंडो-पैसिफिक में चीन का बढ़ता दबदबा

यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब ताइवान और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन की आक्रामकता बढ़ रही है. इस क्षेत्र में कई देश अमेरिका के सहयोगी हैं, जिसमें ताइवान भी शामिल है. ऐसे में किसी भी सैन्य संघर्ष की स्थिति में अमेरिका को इसमें शामिल होना ही पड़ेगा.

हाउस सीसीपी कमेटी के प्रमुख जॉन मोलनार ने चेतावनी दी कि मौजूदा हालात में अमेरिका चीन के साथ जंग जीतने की स्थिति में नहीं है. उन्होंने कहा, “हमारा रक्षा औद्योगिक आधार पीआरसी (पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना) के साथ संघर्ष को रोकने और जीतने की क्षमता नहीं रखता है,"

चीन पर निर्भरता से बढ़ी समस्या

कमेटी के रैंकिंग सदस्य और डेमोक्रेटिक प्रतिनिधि राजा कृष्णमूर्ति ने सिमुलेशन में सामने आई समस्याओं पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि अमेरिकी रक्षा उत्पादन क्षमता में बड़े अंतर हैं और यह उद्योग कई अहम खनिजों के लिए चीन पर निर्भर है.

कृष्णमूर्ति ने कहा, "इतिहास बताता है कि आक्रामकता रोकने और दुनिया को किसी और विनाशकारी संघर्ष से बचाने के लिए हमें अभी एक मजबूत रक्षा औद्योगिक आधार की जरूरत है."

यूक्रेन को दिए हथियारों के बाद आई कमी 

एंडुरिल इंडस्ट्रीज के चीफ स्ट्रैटेजी ऑफिसर क्रिश्चियन ब्रोज ने बताया कि सिमुलेशन के अनुसार, अमेरिका एक हफ्ते से भी कम समय में अपने हथियार खत्म कर देगा. उन्होंने कहा कि यूक्रेन को दिए गए हथियारों के चलते अमेरिका के पास अब सामरिक क्षमता की कमी हो गई है.

इस चेतावनी को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन ने भी दोहराया. उन्होंने कहा, "अगर चीन के साथ पूर्ण युद्ध होता है, तो अमेरिकी हथियार बहुत तेजी से खत्म हो जाएंगे. यह एक गंभीर चिंता का विषय है."

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