US-Pakistan Relations: अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को क्षेत्र में शांति व स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करने पर सहमति जताई. रुबियो ने पश्चिम एशिया की स्थिति पर भी शरीफ से बात की. अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा, “दोनों नेताओं ने इजराइल और ईरान के बीच स्थायी शांति को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने के लिए मिलकर काम करने के महत्व को स्वीकार किया.

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पाकिस्तान सरकार की ओर से एक बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने “पाकिस्तान-अमेरिका संबंधों को मजबूत बनाने, विशेष रूप से व्यापार बढ़ाने के लिए मिलकर काम करते रहने पर सहमति व्यक्त की.” बयान के अनुसार, पश्चिम एशिया की वर्तमान स्थिति का जिक्र करते हुए शरीफ ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान क्षेत्र में शांति स्थापित करने में रचनात्मक भूमिका निभाता रहेगा.

शहबाज शरीफ ने ट्रंप की कि तारीफबयान में कहा गया है कि शरीफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के “साहसी और निर्णायक नेतृत्व की भी प्रशंसा की, जिसके कारण ईरान और इजरायल के बीच युद्ध विराम हुआ.” बयान के अनुसार, उन्होंने भारत-पाक संघर्ष विराम में अमेरिका की महत्वपूर्ण भूमिका के लिए रुबियो को धन्यवाद भी दिया. हाल ही में पाकिस्तान फिल्ड मार्शल आसिम मुनीर की मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात हुई थी. इसको लेकर काफी चर्चा हुई थी. मुलाकात के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि वह आसिम मुनीर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देना चाहते हैं, क्योंकि दोनों ने अपसी साझेदारी से सीजफायर पर हामी भरी थी. हालांकि, भारत इस पक्ष में कभी नहीं था. सीजफायर की सबसे पहले पहल पाकिस्तान ने ही की थी, जब वह भारतीय सेना की तरफ से होने वाले ताबड़तोड़ हमले के बुरी तरह से सहम गए थे. तब उन्होंने इसके लिए अमेरिका से बात की और अनुरोध किया कि वह भारत से बात करें. इस बात की पुष्टि खुद विदेश मंत्री इशाक डार ने भी किया है.