US Presidential Election 2024: अमेरिका में अगले साल होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनावों के लिए 2 भारतीय मूल के चेहरे भी दांव आजमा रहे हैं. इनमें एक हैं महिला नेता निक्की हेली और दूसरे हैं- विवेक रामास्वामी (Vivek Ramaswamy). दोनों रिपब्लिकन पार्टी (Republican Party) से हैं. यह वही पार्टी है, जिससे डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी राष्ट्रपति बने थे. उम्मीदवार के रूप में अपनी दावेदारी पक्की करने के लिए विवेक रामास्वामी चीन-अमेरिका व्यापार के मुद्दे पर बात कर रहे हैं.


न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, विवेक रामास्वामी ने रविवार (5 मार्च) को कहा कि अगर वह राष्ट्रपति बनते हैं तो अमेरिकी कंपनियों के चीन के साथ कारोबार करने पर रोक लगाएंगे तथा संघीय जांच ब्यूरो को हटाएंगे.


रामास्वामी (37) ने रिपब्लिकन पार्टी के शीर्ष वार्षिक कार्यक्रम ‘कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कांफ्रेंस' (CPAC) में अपने संबोधन में ऐसी बातें कहीं. उन्होंने कहा, ‘‘आज की स्वतंत्रता की घोषणा चीन से स्वतंत्रता की हमारी घोषणा है. अगर थॉमस जेफरसन आज जीवित होते तो स्वतंत्रता की इस घोषणा पर वह हस्ताक्षर करते. और, यदि आप मुझे राष्ट्रपति बनाते हैं मैं भी इस पर हस्ताक्षर करूंगा.''


'मैं ट्रंप और उनकी नीति से प्रेरित हूं'


रामास्वामी ने अपने पहले बड़े संबोधन में कहा कि वह अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एवं ‘अमेरिका फर्स्ट' की उनकी दूरदृष्टि से प्रेरित हैं. उन्होंने कहा कि यह वक्त इन मुद्दों को पहचानने तथा उनके लिए आक्रामकता से काम करने का है. हम देख रहे हैं कि कैसे अमेरिकन कंपनियां चीनी कंपनियों के साथ व्यापार करती हैं, अमेरिका को उतना फायदा नहीं मिलता है. मैं कहता हूं कि इसीलिए हम अमेरिकी कंपनियों को चीन में कारोबार करने से रोकेंगे.


रामास्वामी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि अगर हम चीन से स्वतंत्रता की घोषणा करना चाहते हैं, तो इसका मतलब है कि हमें सीसीपी (चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी) के गिरने तक चीन में व्यापार करने से अधिकांश अमेरिकी व्यवसायों पर प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार रहना होगा.


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