Visa to America: अमेरिका के मिशन टू इंडिया वीजा के तहत गैर-अप्रवासी वीजा ने दस लाख का आंकडा पार कर लिया है. भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की है. उनके खुद दस लाखवां वीजा एक जोड़े को दिया, जिनका बेटा एमआईटी में ग्रेजुएशन की पढ़ाई की लिए अमेरिका जा रहा था.


एनडीटीवी के मुताबिक, लेडी हार्डिंग कॉलेज में वरिष्ठ सलाहकार के तौर पर कार्यरत डॉ रंजू सिंह अमेरिकी वीजा पाने के बाद काफी खुश थीं, उन्हें वीजा अमेरिकी दूतावास ने भेजा था. वह अपने पति के साथ मई 2024 में अमेरिका जाएंगी. भारत में अमेरिकी राजदूत एरीक गार्सेटी ने दोनों दंपत्तियों को 'मिस्टर एंड मिसेज वन मिलियन' का नाम दिया. 






'अभूतपूर्व हैं भारत-अमेरिका के रिश्ते'


एरिक ने कहा, "मैं आज इससे ज्यादा खुश नहीं सकता, मैं भारत, भारतीयों और अमेरिका के लिए खुश हूं. भारत के प्रधानमंत्री और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि आइए वीजा और विदेश मंत्रालय के काम को करने में तेजी लाएं."


उन्होंने आगे कहा, "हमने अपने वीजा सिस्टम को बदल दिया है. हमारी मेहनत की बदौलत इस साल दस लाख वीजा दिए गए. एरिक कहते हैं, भारत के साथ हमारी साझेदारी अमेरिका के लिए सबसे महत्वपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों में एक हैं, बल्कि दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण रिश्तों में एक है. हमारे भारत के साथ संबंध हाल के दिनों में अभूतपूर्व रहे हैं. "


उन्होंने आगे कहा, "हम आने वाले दिनों में कई भारतीयों को वीजा देंगे ताकि वह अमेरिका की यात्रा कर सकें और भारत-अमेरिका की दोस्ती की प्रगाढ़ता को देखें.  इस मिशन (वीजा मिशन) में नई वीजा देने के लिए कई रणनीतियों को लेकर विचार किया है, ताकि इंटरव्यू में छूट मिल सके."


ये भी पढ़ें:


'हम आपको डोनाल्ड डक कहेंगे', रिपब्लिकन डिबेट में ट्रंप के न आने पर किसने कह दी ये बात