जोसेफ आर बाइडेन जूनियर ने चुनावी रात की शुरुआत कई रास्तों से 270 चुनावी वोटों के साथ की थी, लेकिन बुधवार सुबह तक राष्ट्रपति ट्रंप ने फ्लोरिडा, ओहियो और टेक्सास को जीत लिया था और वह उत्तरी कैरोलिना भी जीतने के करीब थे.


हालांकि अब उम्मीदें कम हो गई हैं लेकिन अभी भी कई ऐसे तरीके हैं जिनके जरिए बाइडेन की जीत के चांस पूरी तरह से खत्म नहीं हुए हैं. खासकर मिशिगन, विस्कॉन्सिन और पेंसिल्वेनिया जैसे ‘ब्लू वॉल’ राज्यों में दोबारा वापसी उनका रास्ता आसान कर देगी. ये वे राज्य हैं जो वैसे तो डेमोक्रैटिक पार्टी के गढ़ रहे हैं लेकिन दशकों बाद 2016 के चुनाव में ट्रंप ने इन्हें ध्वस्त कर इन राज्यों में जीत हासिल की थी.


ये राज्य उन स्टेट्स में शामिल हैं जो इस चुनाव के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं. बिडेन समर्थक मानकर चल रहे हैं कि वे नेवादा (एक ब्लू राज्य) जीत रहे हैं जहां वह बहुत थोड़े से अंतर से आगे चल रहे हैं. बाइडेन के लिए एक रास्ता और है अगर वह एरिजोना और जॉर्जिया जीत जाए जहां वे आगे चल रहे हैं और हजारों की संख्या में अभी वोटों की गिनती होनी है. बाइडेन को एरिजोना में बढ़त हासिल है और अगर वह यहां जीत जाते हैं उन पर बन रहा प्रेशर काफी हद तक कम होगा.


बाइडेन अगर एरिजोना और जॉर्जिया जीत जाते हैं तो वह 270 इलेक्टोरल ट्स तक पेंसिल्वेनिया, मिशिगन या विस्कॉन्सिन हारने के बाद भी पहुंच जाएंगे. या फिर वह सीधे सीधे विस्कॉन्सिन, मिशिगन, पेंसिलवेनिया जीत जाए तो भी वह अमेरिका के राष्ट्रपति बन जाएंगे.


जॉर्जिया में जहां ट्रंप ने 92 प्रतिशत मतों के साथ एक मामूल बढ़त हासिल की है वहां राज्य के मध्य भाग में एक प्रोसेसिंग सेंटर में लीक की वजह से अटलांटा और इसके उपनगरीय काउंटी के लिए कुछ मतपत्रों के सारणीकरण में देरी हुई.


प्रमुख डेमोक्रेटिक सुपर पीएसी, Priorities  के अध्यक्ष,  गाइ सेसिल ने बुधवार को कहा, "इस रेस में एंट्री के बाद से बाइडेन का रास्ता बदला नहीं है."  उन्होंने कहा, "अभी भी कम से कम पांच प्रतिस्पर्धी राज्य हैं जो बाइडेन को 270 तक के कई रास्ते दिखा सकते हैं. वोटों की गिनती में कुछ दिन लग सकते हैं, और हमें अदालत में ट्रंप अभियान से लड़ना भी पड़ सकता है, लेकिन जो बिडेन पसंदीदा बने हुए हैं."


बाइडेन ने बुधवार को कहा,"विस्कॉन्सिन और मिशिगन के बारे में सच में अच्छा महसूस कर रहा हूं". उन्होंने पेंसिल्वेनिया में अपनी जीत की भविष्यवाणी भी की.


फ्लोरिडी, ओहियो और टेक्सास में ट्रंप की जीत ने उनके लिए कोई नया रास्ता नहीं बनाया बल्कि कई शॉर्टकट बंद हो गए जिनकी वजह से बाइडेन अपनी जीत का दावा कर सकते हैं.


वहीं दूसरी तरफ व्हाइस हाउस की तरफ से बुधवार को जारी बयान में कहा गया कि राष्ट्रपति जॉर्जिया, उत्तरी कैरोलिना, मिशिगन, विस्कॉन्सिन और पेंसिल्वेनिया में अपनी मजबूती को लेकर आशवस्त हैं.  ट्रंप ने कहा कि उन्हें इन सबकी जरुरत नहीं है.


ट्रंप का भी आखिरी दांव नेवादा पर है जहां बेहद करीबी मुकाबला होने की उम्मीद लेकिन लग रहा है कि बाजी बाइडेन के पक्ष में जा पलट सकती है. या फिर ट्रंप का दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के लिए ग्रेट लेक्स स्टेट्स को जीतना होगा जहां उन्होंने 2016 में जीत दर्ज की थी इसके साथ उन्हें जॉर्जिया भी जीतना होगा.


रिपब्लिक के रणनीतिकार एलेक्स कॉनेंट बताते हैं, "ट्रंप का रास्ता ठीक वैसा ही है जैसा कि 2016 में था". उन्होंने कहा, ''उन्हें कुछ ब्लू स्टेट्स में अच्छा करने की जरुरत है.


बाइडेन विस्कॉन्सिन में, वेलेक्शा काउंटी (एक मिल्वौकी उपनगर और डेन काउं) में हिलेरी क्लिंटन के 2016 के मार्जिन से आगे चल रहे थे. मिल्वौकी में मतदान 2016 की तुलना में कम दिखाई दिया यह बाइडेन के लिए अच्छी खबर नहीं है.


मिल्वौकी के डेमोक्रेटिक रणनीतिकार सचिन छेदा ने कहा, "मुझे लगता है कि अगर आप देखें कि क्या गिना गया और क्या नहीं गया, तो बिडेन विस्कॉन्सिन जीतने जा रहे हैं."


वहीं Maine के साथ दो राज्यों में से एक नेब्रास्का है, जिसमें चुनाव वोट विभाजित हुए. बाइडेन ने कांग्रेस का दूसरा जिला जीत लिया जिसमें ओमाहा शामिल है. नेब्रास्का डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष, जेन क्लेब ने बुधवार की सुबह जीत की घोषणा की.


बाइडेन ने क्योंकि नेब्रास्का इलेक्टोरल वोट जित लिया है वह अब एरिज़ोना, मिशिगन और विस्कॉन्सिन को जीतकर बिना पेंसिल्वेनिया जीते भी राष्ट्रपति पद तक पहुंच सकते हैं.


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