US-Russia Meeting in Saudi Arabia : संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस के अधिकारियों के बीच यूक्रेन युद्ध और ब्लैक सी विवाद को खत्म करने के लिए सऊदी अरब की राजधानी रियाद में लंबी बैठक चली. दोनों देशों के अधिकारियों के बीच यह महत्वपूर्ण बैठक 12 घंटों से ज्यादा लंबी चली, जिसमें दोनों पक्षों ने युद्धविराम की कोशिशों पर प्रगति की. वहीं, रूसी मीडिया के मुताबिक, इस बैठक को लेकर अमेरिका और रूस मंगलवार (25 मार्च) को एक संयुक्त बयान जारी करेंगे.
बैठक खत्म हुई तो रूसी विदेश मंत्रालय ने पोस्ट किया वीडियो
अमेरिका के साथ 12 घंटे से ज्यादा लंबी चली इस बैठक के बाद रूसी विदेश मंत्रालय ने एक छोटा सा वीडियो जारी किया. इस वीडियो में रूसी अधिकारियों को वार्ता के खत्म होने के बाद बाहर निकलते हुए देखा जा सकता है. हालांकि, मंत्रालय की ओर से इस वीडियो पोस्ट पर कोई अन्य जानकारी नहीं दी गई. केवल लिखा गया, “रूसी-अमेरिकी बैठक खत्म हो गई है.”
‘बैठक का उद्देश्य एक-दूसरे के साथ संवाद बनाए रखना है’- करासिन
रूस के प्रतिनिधिमंडल के सदस्य और सीनियर डिप्लोमेट ग्रिगोरी करासिन ने रियाद में हुई वार्ता को ‘रचनात्मक’ के साथ-साथ ‘तकनीकि’ भी बताया है. करासिन ने बातचीत में ब्रेक के दौरान मीडिया से कहा, “सभी बैठकों में हाई-प्रोफाइल दस्तावेज या समझौते नहीं होते हैं, बैठक में महत्वपूर्ण उद्देश्य है कि संबंधित पक्षों के बीच संवाद को बनाकर रखा जाए और एक-दूसरे की स्थिति को गहनता से समझा जाए और इस संबंध में हम सफल हो रहे हैं.”
बैठक में किस मुद्दे पर होती रही चर्चा?
अमेरिका और रूस के अधिकारियों के बीच रियाद में 12 घंटे से ज्यादा लंबे समय तक बैठक चलती रही. जिसमें ये बैठक समुद्री सुरक्षा और ब्लैक सी इनिशिएटिव को जिंदा करने की संभावनाओं के आसपास घूमती रही. इस समझौते को लोकप्रिय रूप से ‘अनाज सौदे’ के रूप में जाना जाता है, जिसकी मूल रूप से संयुक्त राष्ट्र और तुर्की की ओर से मध्यस्थता की गई थी.
हालांकि, जब वेस्ट ने इस समझौते में अपने हिस्से को पूरा करने में नाकामी का हवाला दिया था, तब रूस ने जुलाई 2023 में इस समझौते से खुद को बिल्कुल अलग कर लिया था. इसे लेकर क्रेमलिन ने प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने चर्चा से पहले कहा, “अगर आप समझौते के मूल संस्करण को याद करते हैं, तो हमारे पक्ष से महत्वपूर्ण दायित्व दिए गए थे, जिन्हें वेस्ट की ओर से कभी पूरा नहीं किया गया, जो कि एजेंडे का हिस्सा बना हुआ है.” उन्होंने कहा, “अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप युद्धशांति के समझौते के कोशिशों के तहत इस समझौते पर भी पुनर्विचार करने का विचार रखा है.”