संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में यूक्रेन को लेकर बैठक में रूस और अमेरिका आमने-सामने आ गए. दरअसल, रूस ने यूक्रेन के क्षेत्र में  जैविक हथियार बनाने का आरोप लगाया, जिसका जवाब अमेरिका ने दिया और रूस पर तीखा हमला बोला. 


रूसी प्रतिनिधि ने कहा कि जैविक हथियारों के अंश यूक्रेन के क्षेत्र में बनाए गए थे. हमारे रक्षा मंत्रालय को यूक्रेनी क्षेत्र में पेंटागन द्वारा की गई गैरकानूनी गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त हो रही है. रूस के इस आरोप को अमेरिका की प्रतिनिधि ने सिरे से खारिज कर दिया. 


अमेरिका प्रतिनिधि ने कहा, 'यूक्रेन में जैविक हथियार बनाने की कोई प्रयोगशाला नहीं है. रूस के बॉर्डर के पास भी नहीं, कहीं भी नहीं. केवल सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाएं हैं ... यह रूस है जिसने लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करते हुए जैविक हथियार कार्यक्रम बनाए रखा है.' 






उन्होंने आगे कहा कि पिछले हफ्ते हमने रूसी प्रतिनिधि से अजीबोगरीब षड्यंत्र के सिद्धांतों के बारे में सुना. इस हफ्ते हम बहुत सी ऐसी बातें सुन रहे हैं जो ऐसी लगती हैं जैसे उन्हें इंटरनेट के किसी कोने से ईमेल के जरिए फॉरवर्ड किया गया है. अमेरिकी प्रतिनिधि के इस बयान के बाद रूसी प्रतिनिधि ने कहा कि हमने कभी नहीं कहा कि यूक्रेन का अपना एक सैन्य जैविक कार्यक्रम है, हमने कहा कि यह कार्यक्रम कुछ ऐसा है जो खुद अमेरिका के पास है और यूक्रेन को अंधेरे में रखा जा रहा है. 


उधर, भारत के प्रतिनिधि ने कहा कि भारत यूक्रेन में लगातार बिगड़ती स्थिति के बारे में चिंतित है. हम रूस और यूक्रेन के बीच राजनयिक वार्ता के नवीनतम दौर का स्वागत करते हैं. हमारा मानना ​​है कि शत्रुता को तत्काल समाप्त करना और बातचीत और कूटनीति के मार्ग पर लगन से आगे बढ़ना ही एकमात्र रास्ता है. 


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