वॉशिंगटन: ब्रेट कैवनॉ ने यौन शोषण के आरोपों के बाद हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच सुप्रीम कोर्ट के 114वें न्यायाधीश के रूप में शपथ ली है. कैवनॉ पर एक महिला ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. समाचार पत्र 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' के मुताबिक, सीनेट की सार्वजनिक दीर्घाओं में महिलाओं का हुजूम शनिवार रात को जोर-जोर से 'शेम', 'शेम' बोल रहा था और इससे कार्यवाही में बार-बार बाधा आ रही थी. वहीं, सीनेटरों ने कैवनॉ के पक्ष में वोट देकर न्यायाधीश बनने का उनका रास्ता साफ कर दिया.

53 साल के कैवनॉ को मुख्य न्यायाधीश जॉन जी. रॉबर्ट्स जूनियर और सेवानिवृत्त न्यायाधीश एम. केनेडी ने एक निजी समारोह में शपथ दिलाई. कैवनॉ ने केनेडी की जगह ली है. कैवनॉ की जीत से उत्साहित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पत्रकारों से कहा, "वो कई सालों तक पूरी तरह से सुप्रीम कोर्ट के शनादार न्यायाधीश बनने जा रहे हैं." ट्रंप ने कैवनॉ के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों को दिखावा करार दिया और कहा कि यह बात गलत है कि कैवनॉ के चुने जाने से महिलाएं नाराज हैं.

उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि महिलाएं इस लड़ाई में कई मायनों में पुरुषों से कहीं ज्यादा मजबूत निकलीं." राष्ट्रपति ने कहा, "ब्रेट कैवनॉ के साथ जो हुआ, उसे लेकर महिलाएं नाराज थीं." कैवनॉ के चुने जाने को लेकर शुरू हुई लड़ाई का अगले महीने होने वाले मध्यावधि चुनाव पर प्रभाव पड़ने की संभावना है. प्रोफेसर क्रिस्टीन ब्लेसी फोर्ड ने कैवनॉ पर आरोप लगाया था कि 1980 के दशक में जब दोनों हाईस्कूल में थे तो उन्होंने उनका यौन उत्पीड़न किया था.

कैवनॉ ने इन आरोपों का खंडन किया था. रिपब्लिकन पार्टी से जुड़े सीनेट के बहुमत के नेता मिच मैक्कोनेल ने समाचार पत्र 'द वॉशिंगटन पोस्ट' से कहा, "हमारे लिए यह एक शानदार राजनीतिक गिफ्ट रहा है." वहीं, डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़े सीनेटर चक शूमर ने इस नामांकन को सीनेट के इतिहास का एक क्षण बताया और कहा कि ये चैप्टर खतरे की चेतावनी होगा, जो बताएगा कि किस चीज से बचना चाहिए. वोट से पहले अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में सैकड़ों लोगों ने कैवनॉ की नियुक्ति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए.

अमेरिका में यौन उत्पीड़न के मामलों में 12 फीसदी इजाफा अमेरिका में यौन उत्पीड़न के मामलों में सालाना 12 फीसदी का इजाफा हुआ है. यह तथ्य फेडरल के नए आंकड़ों से जाहिर होता है. मूवी प्रोड्यूसर हार्वी वाइंसटाइन पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद ये आंकड़े सामने आए हैं. यूएस इक्वल इंप्लायमेंट ऑपर्च्युनिटी कमीशन (ईईओसी) ने ये आंकड़े जारी किए हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि ईईओसी के पास दर्ज यौन उत्पीड़न के आरोप के मामलों में साल 2017 के मुकाबले इस साल 12 फीसदी का इजाफा हुआ है. एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि 2017 में कमीशन ने उत्पीड़न के 66 मामले दर्ज किए जोकि उससे पिछले साल के मुकाबले 50 फीसदी अधिक हैं.

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