न्यूयॉर्क: भारत ने फलस्तीनी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि फलस्तीन की जनता के साथ नयी दिल्ली की एकजुटता को कभी कमतर नहीं आंका जा सकता. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गुटनिरपेक्ष आंदोलन (नैम) की मंत्रीस्तरीय बैठक में कहा कि फलस्तीनी को समर्थन भारत की विदेश नीति का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है.


उन्होंने कहा, ‘‘फलस्तीनी जनता और फलस्तीनी मकसद के लिए भारत का समर्थन ऐतिहासिक है जो हमारी अपनी आजादी से पहले के समय से है. स्वतंत्र भारत के लिए फलस्तीनी मकसद को समर्थन विदेश नीति का महत्वपूर्ण बिंदु रहा है.’’ सुषमा ने कहा कि नैम कमिटी का भारत के लिए हमेशा एक विशेष स्थान रहेगा क्योंकि 1983 में भारत के नैम की अध्यक्षता संभालते हुए इस समिति की स्थापना की गई थी.


विदेश मंत्री ने कहा, ‘‘फलस्तीनी मकसद के लिए भारत की प्रतिबद्धता और फलस्तीनी जनता के साथ हमारी एकजुटा को कमतर नहीं किया जा सकता.’’ मंत्री ने कहा, ‘‘मेरा यह मानना है कि क्षेत्र में सभी देशों के साथ भारत के विस्तार लेते संबंध से फलस्तीनी मकसद को मजबूती मिलेगी.’’