Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के दौरान यूक्रेन ने रूस पर अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन अटैक किया, जिसमें दावा किया जा रहा है कि 41 रूसी वॉर एयरक्राफ्ट या तो तबाह हो गए या फिर उन्हें भारी नुकसान पहुंचा है. ऑपरेशन स्पाइडर वेब के तहत किए गए इस एक्शन की यूक्रेन ने नई फुटेज जारी की है. इस वीडियो में दिखाया गया है कि वोलोदिमीर जेलेंस्की की सेना ने रूस में काफी अंदर जाकर बम बरसाए.
स्पाइडर वेब नाम के इस ऑपरेशन को तैयार करने में कथित तौर पर 18 महीने से ज्यादा का समय लगा और राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने इसे इतिहास की किताबों के लिए एक शानदार ऑपरेशन बताया. यूक्रेन की सुरक्षा सेवा (एसबीयू) के इस हमले में ट्रकों में बने छिपे हुए बॉक्स का इस्तेमाल करके रूसी एरिया के अंदर से फर्स्ट-पर्सन-व्यू (एफपीवी) ड्रोन के झुंड को लॉन्च किया गया. जेलेंस्की ने कहा कि इस ऑपरेशन में रूस के 34% स्ट्रेटिजिक क्रूज मिसाइल कैरियर्स को निशाना बनाया गया.
क्या दिखाया गया है नए वीडियो में?
ड्रोन हमला साइबेरिया तक पहुंचा है. एसबीयू के जारी किए गए नए वीडियो में ड्रोन रूसी विमानों के नीचे और ऊपर उड़ते हुए दिखाई दिए, जिनमें से कुछ में पहले से ही आग लगी हुई थी. हमलों में यूक्रेन से 4,000 किलोमीटर दूर साइबेरिया में बेलाया एयर बेस के साथ-साथ मरमंस्क, इवानोवो और रियाजान के एयरफील्ड शामिल थे. यूक्रेनी अधिकारियों के मुताबिक, ड्रोन को एयरबेस के पास खड़े ट्रकों से लॉन्च किया गया था. सीएनएन ने बताया कि ड्रोन को यूक्रेनी जमीन से नहीं बल्कि टारगेटेड एयरफील्ड के नजदीकी इलाकों से लॉन्च किया गया था.
यूक्रेन कैसे कर पाया इतना सटीक हमला?
रक्षा विश्लेषकों ने बताया कि ड्रोनों को कंट्रोल करने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी के बजाय फाइबर-ऑप्टिक केबल का इस्तेमाल किया गया, जिससे वे रूसी जैमिंग से बच पाए. रूस के रक्षा मंत्रालय ने हमलों की पुष्टि करते हुए कहा कि इन हमलों के कारण आग लग गई और विमानों को नुकसान पहुंचा, हालांकि ये भी कहा गया कि आग पर काबू पा लिया गया. यूक्रेन ने अनुमान लगाया है कि नुकसान 7 बिलियन डॉलर का है. वहीं, क्रेमलिन ने कहा है कि यूक्रेन को कब और कैसे जवाब देना है इसका फैसला रूस की सेना तय करेगी और ये जरूर होगा.
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