UK PM Rishi Sunak: ब्रिटेन के पहले भारतवंशी और ब्रिटेन के 210 वर्षों के इतिहास में पहली बार सबसे युवा प्रधानमंत्री बन कर इतिहास रचने वाले भारतीय मूल के ऋषि सुनक को मंगलवार को सराहना और आलोचना, दोनों का सामना करना पड़ा. देश के प्रमुख मीडिया संस्थानों ने उनके नेतृत्व को लेकर अलग-अलग राय रखी. किसी ने उनकी सराहना करते हुए उन्हें देश के लिए एक ‘‘नई सुबह’’ बताया, जबकि अन्य ने उनकी ‘‘जीत की वैधता’’ पर सवाल उठाए हैं.

भारतीय मूल के सुनक (42) ने मंगलवार को महाराजा चार्ल्स तृतीय के साथ मुलाकात के बाद ब्रिटिश प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाल लिया. सुनक को सोमवार को कंजरवेटिव पार्टी का नेता चुना गया था. वह 210 वर्षों में ब्रिटेन के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने हैं. ब्रिटेन में मंगलवार को सुनक हर अखबार के प्रथम पृष्ठ की प्रमुख खबर रहे.

प्रमुख अखबारों में से कुछ ने की सुनक की सराहना

‘द गार्डियन’ ने कंजरवेटिव पार्टी के 42 वर्षीय नेता सुनक की एक तस्वीर के साथ शीर्षक लगाया, ‘‘एकजुट हो जाओ, अन्यथा खत्म हो जाओगे-सुनक की टोरी सांसदों को चेतावनी.’’ अखबार में छपी तस्वीर में यह देखा जा सकता है कि लंदन स्थित पार्टी के मुख्यालय में उनका एक नायक की तरह स्वागत किया जा रहा है. खबर में यह उल्लेख किया गया है कि सुनक दो महीनों के अंदर तीसरे और छह वर्षों में पांचवें कंजरवेटिव (पार्टी से) प्रधानमंत्री होंगे. खबर में कहा गया है, ‘‘वह प्रथम हिंदू के तौर पर देश का नेतृत्व कर भी इतिहास रचेंगे.’’

इसी तरह की भावना प्रकट करते हुए ‘द मेल’ ने अपना शीर्षक लगाया, ‘‘ब्रिटेन के लिए एक नई सुबह’’ और साथ ही, अखबार में उप-शीर्षक में लिखा ‘‘ऋषि सुनक हमारे सबसे युवा आधुनिक प्रधानमंत्री बने.’’

‘द सन’ ने लिखा, ‘‘आपके पास ताकत है, ऋषि.’’ इसके साथ ही, अखबार ने मुख्य तस्वीर में उन्हें एक ‘लाइट्सबेर’ पकड़े दिखाया गया है. लाइट्सबेर प्रकाशपुंज वाली एक काल्पनिक तलवार है.

कुछ मीडिया संस्थानों ने की सुनक की आलोचना

ब्रिटेन के सभी मीडिया संस्थान सुनक के नए प्रधानमंत्री बनने से खुश नहीं हैं. सुनक पर करारा प्रहार करते हुए ‘द मिरर’ ने अपना शीर्षक लगाया, ‘‘हमारे नए गैर-निर्वाचित प्रधानमंत्री लेकिन आपके लिए किसने वोट दिया?’’ उन्हें महाराजा (चार्ल्स तृतीय) से दोगुना धनी बताते हुए इसकी मुख्य खबर में कहा गया है कि वह (सुनक) अब निर्मम सार्वजनिक व्यय कटौती का नेतृत्व करेंगे.’’

‘‘लोकतंत्र की समाप्ति’’ शीर्षक के साथ स्कॉटलैंड के ‘डेली रिकॉर्ड’ ने सुनक की कहीं अधिक आलोचना की. सुनक के पास 70 करोड़ पाउंड से अधिक की संपत्ति है. इसके अलावा, यॉर्कशायर में उनका एक बंगला है. सुनक और उनकी पत्नी अक्षता की मध्य लंदन के केनसिंगटन में भी एक परिसंपत्ति है.

कुछ अखबारों ने सुनक से जताई नई उम्मीद

इस बीच,‘द फाइनेंशियल टाइम्स’ ने आर्थिक चुनौतियों पर जोर दिया, जिनका पूर्व निवेश बैंकर से राजनेता बने सुनक को सामना करना है. अखबार ने उम्मीद जताई कि सुनक बाजार में विश्वास बहाल करेंगे.

‘द टाइम्स’ ने कंजरवेटिव पार्टी के सांसदों को सुनक की इस चेतावनी को रेखांकित किया कि ‘‘मतभेदों को दूर करने में नाकाम रहने पर पार्टी खत्म हो जाएगी.’’

‘द टेलीग्राफ’ ने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री का लक्ष्य परस्पर विरोधी गुटों को आर्थिक संकट खत्म करने के लिए एकजुट करने का होगा.’’

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