वाशिंगटन: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अपनी पहली टेलीफोन बातचीत करने से पहले ट्रंप ने एक अहम बयान दिया है. डोनाल्ड ट्रंप ने उन कयासों को सिरे से खारिज कर दिया है कि वो रूस पर लगी पाबंदियों को हटा सकते हैं. ट्रंप ने कहा कि उनके बारे में अभी बात करना ‘बेहद जल्दबाजी’ होगी. ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरीजा मे के साथ कल संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान ट्रंप ने कहा कि प्रतिबंध हटाने के बारे में बात करना अभी जल्दबाजी होगी.


ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरीजा ने  उक्रेन के मुद्दे पर रूस के अंतरराष्ट्रीय समझौते का पालन करने तक प्रतिबंध नहीं हटाने की अपील की. इसके बाद भी ट्रंप ने रूस के साथ संबंधों में सुधार की अपनी रुचि के संकेत दिए हैं.


मिंस्क समझौते को पूरी तरह लागू होते देखना चाहते हैं-  टेरीजा
एक सवाल के जवाब में टेरीजा ने पत्रकारों को बताया, ‘यूक्रेन में गतिविधियों को लेकर रूस पर प्रतिबंध के सवाल में जहां तक ब्रिटेन का सवाल है, तो ये बेहद स्पष्ट है कि हम मिंस्क समझौते को पूरी तरह लागू होते देखना चाहते हैं.’ मे ने कहा, ‘हम मानते हैं कि मिंस्क समझौते पर पूरी तरह अमल होने तक प्रतिबंध लागू रहने चाहिए और हम यूरोपीय संघ में भी इसे लगातार उठाते रहे थे.


ट्रंप आज पुतिन से फोन पर करेंगे बात.
ट्रंप ने कहा, ‘जहां तक प्रतिबंध की बात है, इनके बारे में बात करना अभी जल्दबाजी होगा. लेकिन आदर्श रूप से हम सभी देशों के साथ अच्छे रिश्ते चाहते हैं. जरूरी नहीं कि ऐसा हो ही जाए, दुर्भाग्य से कई देशों के साथ ये संभवत: नहीं होगा. उन्होंने कहा, ‘हम देखेंगे कि रूस, चीन और बाकी देशों के साथ क्या हमारे अच्छे रिश्ते हो सकते हैं. मैं इसी के लिए हूं. ऐसा होता है तो ये एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी.’ ट्रंप ने कहा कि वो पुतिन को नहीं जानते, लेकिन उनके साथ अच्छे रिश्ते रखना पसंद करेंगे,


‘जहां तक पुतिन और रूस की बात है, मैं अच्छा, बुरा या तटस्थ नहीं कहूंगा. मैं उन सज्जन को नहीं जानता. मुझे उम्मीद है कि हमारा रिश्ता शानदार रहेगा. ये संभव है और ये भी संभव है कि ऐसा न हो. हम देखेंगे कि क्या होता है. ’ उन्होंने कहा कि वो बेहद दृढ़ता और मजबूती से अमेरिकी लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं.


ट्रंप ने कहा, ‘अगर रूस और दूसरे देशों के साथ हमारे रिश्ते अच्छे रहते हैं और हम आईएसआईएस के खिलाफ साझा काम करते हैं तो मेरा मानना है कि ये अच्छी बात होगी. आईएसआईएस को रोका जाना चाहिए और ये ऐसा खतरा है जिसे बढ़ने से रोका ही जाना चाहिए.’