रूस के सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स (एसओएचआर) की ओर से जारी एक वीडियो में सीरियाई राष्ट्रपति अहमद अल-शरा की सरकार के प्रति वफादार लड़ाकों को एक अस्पताल में कर्मचारियों की हत्या करते दिखाया गया है. रूसी सरकार की ओर से नियंत्रित मीडिया आरटी की रिपोर्ट ने इस बात की जानकारी दी.

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स्वीडा नेशनल हॉस्पिटल के अंदर फिल्माए गए इस वीडियो में अस्पताल की ड्रेस पहने कुछ पुरुष बंदूक की नोंक पर घुटनों के बल बैठे दिखाई दे रहे हैं. वहीं कई हथियारबंद जवान, जिनकी पहचान एसओएचआर ने सीरियाई रक्षा और गृह मंत्रालय के सदस्यों के रूप में की है, अस्पताल कर्मियों को घेरे हुए दिखाई दे रहे हैं.

गोलीबारी में कई कर्मी घायल

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वीडियो में एक बंदी को हथियारबंद शख्स ने थप्पड़ मारा, जिससे वह खड़े होकर पीछे हटता हुआ दिख रहा है. तुरंत उसे नजदीक से दो गोलियां मारी जाती हैं. इसके बाद फिर और गोलीबारी होती है, जिसमें कई घायल जमीन पर गिर जाते हैं. हालांकि एबीपी न्यूज इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.

दरअसल यह घटना स्वेदा शहर में ड्रूज लड़ाकों और सुन्नी बेडौइन जनजातियों के बीच जुलाई में शुरू हुई भीषण झड़प के दौरान हुई. एसओएचआर और स्थानीय प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सरकारी सैनिक सीरिया की राजधानी दमिश्क से लगभग 110 किलोमीटर दूर स्वेदा में युद्धविराम लागू करने के लिए घुसे थे, लेकिन आखिर में ड्रूज मिलिशिया के खिलाफ बेडौइन गुटों के साथ मिल गए.

ड्रूज समुदाय के नेता की मांग

शनिवार को, सीरिया के ड्रूज समुदाय के नेता शेख हिकमत अल-हिजरी ने स्वेदा हिंसा, जिसमें अस्पताल में हुई घटना भी शामिल है, की अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की. अपने एक कथन में उन्होंने मांग की है कि दोषियों को अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक कोर्ट के समक्ष लाया जाए और नागरिकों की सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों की तैनाती की जाए.

बता दें कि ड्रूज इजराइल में अल्पसंख्यक हैं और उनमें से कई इसकी सेना में सेवारत हैं. इस संघर्ष में इजराइल की भागीदारी, युद्ध शुरू होने के बाद से सीरिया के दक्षिण में एक दुर्लभ प्रत्यक्ष हस्तक्षेप को दर्शाती है. ड्रूज नेताओं के अनुसार, इजराइली हमलों ने उनके समुदाय के व्यापक नरसंहार को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

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