North Korea: USA और उत्तर कोरिया एक बार फिर से आमने-सामने आ गए हैं. उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन की बहन किम यो-जोंग ने दक्षिण कोरिया में अमेरिकी विमानवाहक पोत की तैनाती और अन्य अमेरिकी सैन्य गतिविधियों के जवाब में कार्रवाई की धमकी दी है.
उनकी इस धमकी के बाद माना जा रहा है कि अब उत्तर कोरिया हथियार परीक्षण गतिविधियों में तेजी लाएगा और अमेरिका के खिलाफ टकराव का रुख बरकरार रखेगा. वहीं, दूसरी तरफ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वो दोनों देशों के बीच संबंध बेहतर करने के लिए किम जोंग उन से संपर्क करेंगे.
अमेरिका पर लगाए गंभीर आरोप
केसीएनए रिपोर्ट के अनुसार, किम यो जोंग ने अमेरिका पर उत्तर कोरिया के प्रति अपनी टकराव वाली इच्छा को स्पष्ट रूप से दिखाने का आरोप लगाया. उन्होंने उत्तर कोरिया के आधिकारिक नाम डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया के संक्षिप्त नाम का उपयोग करते हुए कहा, "डीपीआरके रणनीतिक स्तर पर दुश्मन की सुरक्षा को खतरा पहुंचाने वाली कार्रवाइयों को बढ़ाने के विकल्प की सावधानीपूर्वक जांच करने की योजना बना रहा है ताकि इस तथ्य से निपटा जा सके कि कोरियाई प्रायद्वीप में अमेरिकी जहाजों की तैनाती एक बुरी आदत बन गई है. यह डीपीआरके की सुरक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है."
पर्यवेक्षकों का कहना है कि उनके बयान से पता चलता है कि उत्तर कोरिया अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण कर सकता है, जो मुख्य भूमि अमेरिका पर हमला करने के लिए डिज़ाइन की गई हैं.
दक्षिण कोरिया ने जारी किया बयान
दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने बाद में चेतावनी दी कि वह अमेरिका के साथ एक ठोस सैन्य गठबंधन के आधार पर उत्तर कोरिया द्वारा किसी भी उकसावे को विफल करने के लिए तैयार है. मंत्रालय के एक बयान में किम यो जोंग के बयान को कुतर्क कहा गया जिसका उद्देश्य उसके परमाणु विकास और भविष्य के उकसावे को उचित ठहराना था.
गौरतलब है कि रविवार को यूएसएस कार्ल विन्सन और उसका स्ट्राइक ग्रुप दक्षिण कोरिया पहुंचे हैं, जो उत्तर कोरिया की धमकियों के सामने अमेरिका-दक्षिण कोरिया सैन्य गठबंधन की मजबूती को प्रदर्शित करने करने के लिए नवीनतम अस्थायी तैनाती है. यह तैनाती उत्तर कोरिया द्वारा इस वर्ष की चौथी मिसाइल परीक्षण घटना के चार दिन बाद आई है.