विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार (23 मई,2025) को कहा कि भारत आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा और 'परमाणु ब्लैकमेल' के आगे कभी नहीं झुकेगा. जर्मनी के विदेश मंत्री जोहान वेडफुल के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में जयशंकर ने यह भी कहा, ''भारत पाकिस्तान के साथ पूरी तरह से द्विपक्षीय तरीके से निपटेगा'' और इस संबंध में ''किसी को कोई भ्रम नहीं होना चाहिए.''
विदेश मंत्री जयशंकर वर्तमान में तीन देशों की यूरोप यात्रा के तहत जर्मनी में हैं. उन्होंने कहा, ''मैं पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की प्रतिक्रिया के तुरंत बाद बर्लिन आया था. मैं आपको वह बताना चाहता हूं जो मैंने उस संदर्भ में वेडफुल को बताया. भारत आतंकवाद को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा. भारत कभी भी परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा.''
जयशंकर ने कहा, ''भारत पाकिस्तान के साथ पूरी तरह से द्विपक्षीय तरीके से निपटेगा. इस संबंध में किसी को कोई भ्रम नहीं होना चाहिए.'' उन्होंने यह भी कहा कि भारत 'जर्मनी की इस समझ' को महत्व देता है कि हर देश को आतंकवाद के खिलाफ खुद का बचाव करने का अधिकार है.
उन्होंने कहा, ''हम सभी जानते हैं कि विश्व व्यवस्था में काफी उथल-पुथल चल रही है. आर्थिक अस्थिरता के साथ-साथ राजनीतिक अनिश्चितता भी स्पष्ट है. प्रौद्योगिकी, विशेष रूप से एआई द्वारा उत्पन्न चुनौतियां हम सभी के लिए प्राथमिकता का विषय हैं. इसका उत्तर अधिक लचीली और विश्वसनीय आपूर्ति श्रृंखला बनाने और वास्तव में डिजिटल डोमेन में गहरे विश्वास और पारदर्शिता को बढ़ावा देने में निहित है.''
विदेश मंत्री ने कहा, ''यह सब स्पष्ट रूप से मजबूत आर्थिक और लोगों से लोगों के बीच संबंधों और सबसे महत्वपूर्ण, एक मजबूत राजनीतिक प्रतिबद्धता और रणनीतिक समझ के नेतृत्व वाले रिश्ते पर निर्भर करता है. इसलिए, इसी दृष्टिकोण के साथ विदेश मंत्री वाडेफुल और मैंने आज अपनी चर्चाएं कीं. मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि भारतीय समुदाय इस देश में जिस तरह से उनका स्वागत किया जाता है, उसके लिए बहुत आभारी है.''
भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद कूटनीतिक संपर्क स्थापित किया है. पहलगाम में आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत सीमा पार आतंकवाद के किसी भी कृत्य को भारत के खिलाफ युद्ध मानेगा.