रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि पिछले सप्ताह काला सागर की घटना के दौरान ब्रिटेन के विध्वंसक पोत के साथ अमेरिका का निगरानी विमान भी काम कर रहा था. मॉस्को ने कहा कि इसके एक पोत ने चेतावनी स्वरूप गोलीबारी की और 23 जून को ब्रिटेन के विध्वंसक पोत डिफेंडर के रास्ते में युद्धक विमानों ने बम गिराए ताकि क्रीमिया प्रायद्वीप के नजदीक से वह पोत बाहर निकल जाए. ब्रिटेन ने इन घटनाओं से इंकार किया और कहा कि उसके पोत पर गोलीबारी नहीं हुई और वह यूक्रेन की जल सीमा में था.


यह पूछने पर कि क्या इस घटना से तृतीय विश्व युद्ध छिड़ सकता है तो पुतिन ने कहा कि यदि रूस ने ब्रिटेन के युद्धपोत को मार के डूबा भी दिया होता तो इसकी संभावना नहीं है क्योंकि पश्चिमी ताकतों को पता है कि वैश्विक लड़ाई में वे नहीं जीत सकते हैं.


पुतिन ने बुधवार को लंबे लाइव कॉल-इन शो में कहा कि अमेरिकी विमान का मिशन संभवत: ब्रिटिश विध्वंसक पोत को रूसी सेना की तरफ से मिलने वाली प्रतिक्रिया पर नजर रखना था. उन्होंने कहा कि मॉस्को को अमेरिका की मंशा का पता है और संवेदनशील आंकड़ों का खुलासा करने से बचने के लिए उसी के मुताबिक जवाब दिया गया.


ब्रिटेन ने पिछले बुधवार की घटना के बारे में कहा कि उसका पोत डिफेंडर अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त यात्रा मार्ग से नियमित परिचालन पर था और क्रीमिया के नजदीक यूक्रेन की जल सीमा में था. दुनिया के अधिकतर देशों की तरह ब्रिटेन भी क्रीमिया को यूक्रेन का हिस्सा मानता है जबकि रूस ने इस प्रायद्वीप को अलग कर दिया था.


रूस ने डिफेंडर के कदम की निंदा करते हुए इसे भड़काने वाला बताया और चेतावनी दी कि अगली बार यदि उन्होंने रूस की सेना के संकल्प की परीक्षा लेने का प्रयास किया तो घुसपैठ करने वाले पोतों को निशाना बनाया जा सकता है.


यूक्रेन के साथ चल रही रस्साकशी से जुड़े एक सवाल पर पुतिन ने कहा कि रूस और यूक्रेन के लोग लंबे समय से एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं लेकिन यूक्रेन का नेतृत्व रूस से वैर भाव रखता है. लंबे कॉल इन शो के दौरान रूस के राष्ट्रपति ने अधिकतर समय घरेलू मुद्दों पर बातचीत की. उन्होंने उम्मीद जताई कि नए संक्रमण में बढ़ोतरी होने के बावजूद देशव्यापी लॉकडाउन से बचा जा सकता है.


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