रूस यूक्रेन युद्ध को एक महीने से ज्यादा का समय हो गया है और जंग लगातार जारी है. वहीं अब बड़ी खबर ये है कि रूस यूक्रेन का समर्थन करने वाले देशों के खिलाफ साइबर हमले शुरू कर सकता है. ब्रिटेन की GCHQ जासूसी सेवा के प्रमुख जेरेमी फ्लेमिंग ने कहा रूस उन देशों को अब अपना निशाना बनाएगा जो उनका विरोध कर रहे हैं. 


दरअसल, गुरुवार को जेरेमी फ्लेमिंग ने कहा, 'बातों से संकेत मिलता है कि यूक्रेन में 'रूस के साइबर अभिनेता उन देशों में लक्ष्य की तलाश कर रहे हैं जो उनके कार्यों का विरोध करते हैं." फ्लेमिंग ने यूक्रेन की सरकार और आसपास के देशों पर सैन्य प्रणालियों के रूस के "निरंतर" व्यवधानों से स्पिलओवर प्रभावों की संभावना का भी उल्लेख किया.


मारियुपोल में संघर्ष विराम की घोषणा


बता दें इससे पहले, रूस ने आज यूक्रेन के मारियुपोल में संघर्ष विराम की घोषणा की है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस बंदरगाह शहर में 5000 हजार से अधिक लोग मारे गए हैं. रूस ने गुरुवार को यूक्रेन के बंदरगाह शहर मारियुपोल में नागरिकों को निकालने के लिए स्थानीय संघर्ष विराम की घोषणा की है. रूस के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि रूस के नियंत्रण वाले बर्दियांस्क बंदरगाह से होते हुए मारियुपोल से ज़ापोरिज्जिया तक ह्यूमेनिटेरियन कॉरिडोर गुरुवार सुबह 10 बजे से खुलेगा.


मारियुपोल में कम से कम 5 हजार लोग मारे गए


रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सैन्य कार्रवाई के आदेश के बाद 24 फरवरी से लगातार यूक्रेन में हमले किए जा रहे हैं. यूक्रेन में युद्ध शुरू होने के बाद से मारियुपोल रूसी बमबारी से सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में से एक रहा है. राष्ट्रपति की सलाहकार तेत्याना लोमकिना ने सोमवार को समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि मारियुपोल में कम से कम 5,000 लोग मारे गए हैं. हताहतों की संख्या का अनुमान केवल मलबे के नीचे फंसे शवों से लगाया जा सकता है. भोजन, बिजली और दवाओं की भारी कमी के बीच मारियुपोल में 170,000 लोग अभी भी रूसी सेना से घिरे हुए हैं. यहां हर तरफ तबाही का आलम है.


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