रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार (27 अक्टूबर) को एक बड़ा फैसला लेते हुए अमेरिका को झटका दे दिया. उन्होंने यूएस के साथ हुए प्लूटोनियम समझौते को रद्द कर दिया है. इस समझौते का मतलब था कि दोनों पक्ष परमाणु हथियार नहीं बनाएंगे, लेकिन पुतिन ने अब यह समझौता तोड़ दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बीते काफी वक्त से रूस के खिलाफ बोल रहे थे. उन्होंने भारत को भी रूस के खिलाफ ट्रेड डील रद्द करने को कहा था. हालांकि भारत ने ऐसा नहीं किया.
अमेरिका और रूस के संबंध बीते कई महीनों से ठीक नहीं चल रहे हैं. एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक अब पुतिन ने ट्रंप के खिलाफ कदम उठाया है. पुतिन ने जिस कानून पर हस्ताक्षर किए हैं, उसे इसी महीने की शुरुआत में रूस की संसद में मंजूरी मिल गई थी. अहम बात यह भी है कि रूस और यूक्रेन के बीच काफी वक्त से युद्ध चल रहा है और अमेरिका के साथ कई और देश यूक्रेन के साथ नजर आए हैं. ऐसे में पुतिन ने परमाणु बलों को अलर्ट पर रखा है.
रूस-अमेरिका के बीच 2000 में हुआ था खास समझौता
दरअसल रूस और अमेरिका के बीच सितंबर 2000 में एक खास समझौता हुआ था, जिसके तहत दोनों देशों ने 34 टन हथियारों में इस्तेमाल होने वाले प्लूटोनियम को नष्ट किया था. हालांकि अक्टूबर 2016 में मॉस्को ने इस समझौते को रद्द कर दिया था. रूस के इस कदम को अमेरिका ने अपने खिलाफ माना और दुश्मनी से भरी कार्रवाई करार दिया.
परमाणु-संचालित मिसाइल का रूस ने किया था टेस्ट
पुतिन ने अमेरिका के साथ समझौता ऐसे वक्त में रद्द किया है, जब उसने हाल ही में परमाणु-संचालित बुरेवस्तनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया. रूस की यह मिसाइल काफी घातक मानी जा रही है. इसी वजह से यूएस के साथ समझौते को रद्द करने के फैसलो को गंभीरता से देखा जा रहा है.