चार साल बाद भारत पहुंचे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर खुद रिसीव किया. दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया और गले मिले. पीएम मोदी के साथ एयरपोर्ट पर विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह, रूस में भारत के राजदूत विनय कुमार भी मौजूद रहे. पीएम मोदी और पुतिन एक गाड़ी में बैठकर 7LKM रवाना हुए. मोदी फॉर्च्यूनर कार में बायीं ओर और पुतिन दाहिनी ओर बैठे. इस दौरान राष्ट्रपति पुतिन को गॉर्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया. 

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रूस-यूक्रेन जंग के शुरू होने क बाद से पुतिन का यह पहला भारत दौरा है. उन्हें रिसीव करने सबसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफिले के साथ एयरपोर्ट पहुंचे. प्रधानमंत्री आज उनके सम्मान में एक प्राइवेट डिनर की मेजबानी भी करेंगे. 

पुतिन भारत में अगले तीस घंटे तक रहेंगे. उनके भारत पहुंचने से पहले ही रूस के कई मंत्री दिल्ली पहुंच चुके हैं. इनमें उप प्रधानमंत्री डेनिस मांतुरोव, रक्षामंत्री सर्गेई शोइगु और कृषि मंत्री दिमित्री पेट्रोव भी शामिल हैं. 

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 नेताओं को इससे पहले रिसीव करने एयरपोर्ट पहुंचे थे. इनमें अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, जापान के शिंजो आबे, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और कतर के अमीर शेख तमीन बिन हमद अल थानी शामिल हैं. 

'रूस व्यापार में रूचि रखता है'

रूस के आर्थिक विकास मंत्री मैक्सिम रेशेतनिकोव ने कहा कि रूस व्यापार आदान-प्रदान बढ़ाने में रुचि रखता है. हम रूसी बाजार में भारतीय उत्पादों की आपूर्ति बढ़ाने और व्यापार संतुलन में रुचि रखते हैं. हम भारतीय उत्पादों को खरीदने में बहुत रुचि रखते हैं.

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह क्या बोले?

पुतिन के आने से पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का भी बयान आया. उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि जियोपॉलिटिकल अनिश्चितता के बावजूद, हमारा इंडिया-रशिया डिफेंस कोऑपरेशन अच्छी रफ्तार से आगे बढ़ रहा है. हमारे आर्म्ड फोर्सेज के जवानों और एक्सपर्ट्स के बीच नतीजों पर आधारित बातचीत ने हमारी डिफेंस पार्टनरशिप की रफ्तार बनाए रखी है.