Rabi Lamichhane Profile: नेपाल में एक बड़ा सियासी उलटफेर हुआ. यहां उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री रबी लामिछाने (Rabi Lamichhane) को उनके पद से अयोग्य घोषित कर उन्‍हें सभी पदों से मुक्‍त करा दिया गया. इस मामले में नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को फैसला सुनाया था, जिसमें उन्हें नियत प्रक्रिया का पालन नहीं करने और 2017 में अपनी अमेरिकी नागरिकता त्यागने के बाद नेपाली नागरिकता प्राप्त करने पर अयोग्‍य ठहराया गया. अब बहुत-से लोग रबी लामिछाने के बारे में जानने को उत्‍सुक हैं. आइए उनके बारे में यहां जानते हैं..


पत्रकार से राजनेता बने थे रबी लामिछाने
नेपाल में उप प्रधानमंत्री के पद से हटाए गए रबी लामिछाने पहले एक पत्रकार थे. उन्‍होंने अप्रैल 2013 में टेलीविज़न शो की सबसे लंबे समय तक मैराथन होस्टिंग करने का विश्व रिकॉर्ड बनाने के उद्देश्य से न्यूज 24 पर शो होस्‍ट किया था. इस तरह प्रसिद्धि मिलने पर बाद में वह सियासत में आ गए. 2022 के आम चुनाव में वह चितवन 2 से प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए और गठबंधन सरकार में उप प्रधान मंत्री और गृह मामलों के मंत्री बने.


अमेरिकी नागरिकता छोड़कर बने नेपाली
रबी लामिछाने का जन्म 11 जून 1975 को हुआ था. उनके पास अमेरिकी नागरिकता थी. 2017 में उन्‍होंने अपनी अमेरिकी नागरिकता त्यागने के बाद पुन: नेपाली नागरिकता (Nepal’s Citizenship) प्राप्त कर ली. हालांकि, इस दौरान उन्‍होंने नियत प्रक्रिया का पालन नहीं किया. इसलिए, वह प्रतिनिधि सभा के सदस्य के उम्मीदवार होने के लायक नहीं थे और न ही विधायक के पद पर आसीन हो सकते थे. इसके बावजूद वह गठबंधन सरकार में उप प्रधान मंत्री और गृह मामलों के मंत्री बन गए. मुकिश्‍ल तब हुई, जब 27 जनवरी 2023 को सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले ने उन्हें अयोग्‍य ठहरा दिया. बाद में 29 जनवरी 2023 को उन्‍हें उनके सभी पदों को छोड़ना पड़ा.


सुप्रीम कोर्ट ने नागरिकता ‘अमान्य’ घोषित की
न्यूज़ एजेंसी ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, रबी लामिछाने को हालिया आम चुनाव लड़ने के लिए ‘अमान्य’ नागरिकता प्रमाण पत्र पेश करने का दोषी पाया गया था. उन पर आरोप थे कि उन्‍होंने अपनी अमेरिकी नागरिकता त्यागने के बाद अपनी नेपाली नागरिकता पुनः प्राप्त करने की प्रक्रिया पूरी नहीं की है, इसलिए वह प्रतिनिधि सभा के सदस्य के पद के लिए उम्मीदवार नहीं हो सकते हैं या उस पद के लिए चुने नहीं जा सकते. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद रबी लामिछाने ने अपना इस्तीफा नेपाल के नए प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल (Pushpa Kamal Dahal) उर्फ ​​प्रचंड को सौंप दिया.
रबी लामिछाने को अयोग्‍य ठहराने वाली सुप्रीम कोर्ट की पीठ में जस्टिस बिश्वंभर प्रसाद श्रेष्ठ, ईश्वर खातीवाड़ा, आनंद मोहन भट्टराई और अनिल सिन्हा शामिल रहे. यह फैसला कार्यवाहक चीफ जस्टिस हरि कृष्ण कार्की की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ ने सुनाया.


यह भी पढ़ें: मालदीव में 2 भारत समर्थक नेताओं की भिड़ंत कैसे चीन के लिए गुड न्यूज?