Imran khan Case Row: पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के प्रमुख इमरान खान (Imran khan) के साथ पार्टी के अन्य नेताओं के खिलाफ आतंकवाद के आरोप का मामला दर्ज किया गया है. ये मामला गुरुवार (8 मार्च) को पूर्व सत्ताधारी पार्टी की रैली में झड़प के बाद दर्ज किया गया था. इस रैली में एक पीटीआई कार्यकर्ता की जान भी चली गई थी.


FIR के रिपोर्ट के मुताबिक जिन मामलों के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है, उसमें आतंकवाद विरोधी अधिनियम (ATA), हत्या, हत्या करने की कोशिश और अन्य अपराधों के तहत रेसकोर्स पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी.


नेताओं पर केस दर्ज किया गया है
PTI प्रमुख इमरान खान के अलावा, जिन नेताओं पर केस दर्ज किया गया है, उनमें फवाद चौधरी, फारुख हबीब, हसन नियाज़ी शामिल है. इसके अलावा भी दूसरे नेताओं का भी नाम शामिल है. उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों को धमकाने सरकार और उसके संस्थानों को नष्ट करने का आरोप लगाया गया था.


वहीं पंजाब के आईजी ने ज़मन पार्क के बाहर पीटीआई कार्यकर्ताओं के साथ बुधवार (8 मार्च) की पुलिस झड़पों की जांच करने के लिए डीआईजी एलीट पुलिस बल सादिक अली और एसएसपी आईएबी लाहौर इमरान खान के खिलाफ जांच करने के लिए दो सदस्यीय समिति की टीम बनाने के आदेश जारी किए.


जांच के दिए आदेश
घटना के दौरान फैक्ट चेक करने, पारदर्शिता सुनिश्चित करने और जान माल को हुए नुकसान के बारे में जांच करने का आदेश पुलिस के तरफ से जारी किया गया है. पंजाब आईजी ने उन परिस्थितियों और स्थिति का पता लगाने के लिए एक सर्च ऑपरेशन का आदेश दिया, जिसके कारण राजनीतिक कार्यकर्ताओं का जमावड़ा हुआ था. इसमें सभा को आयोजित करने के लिए कानूनी वजहों को भी पता लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.


इसके अलावा, कमेटी यह जांच करेगी कि किन परिस्थितियों में पुलिस और पीटीआई कार्यकर्ताओं के बीच झड़पें हुईं, जिसमें झड़पों के शुरू होने और खत्म होने का समय भी शामिल है. आईजी ने घायल हुए प्रदर्शनकारियों और पुलिस अधिकारियों की कुल संख्या की डिटेल मांगी है. इसके अलावा झड़प के दौरान मारे गए पीटीआई कार्यकर्ता बिलाल अली की मौत का ब्योरा मांगा.


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