Wagner Group: वैगनर समूह के लड़ाके पोलैंड के लिए मुसीबत बने हुए हैं. पोलिश प्रधानमंत्री मैटिअस्ज़ मोराविएकी ने खुद इस बात को स्वीकार किया है. उन्होंने शनिवार को कहा कि बेलारूस में रूस से जुड़े वैगनर समूह के 100 से अधिक सैनिक पोलैंड के साथ सीमा के करीब चले आये हैं. 

एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मैटिअस्ज़ मोराविएकी ने कहा कि वैगनर समूह के सैनिक सुवालकी गैप के करीब चले आये थे, जो बेलारूस और कलिनिनग्राद के बीच स्थित पोलिश क्षेत्र का एक रणनीतिक विस्तार है. पीएम ने खुद माना है कि इसके चलते पोलैंड के लिए खतरा बढ़ रहा है. बता दें कि पोलैंड की सरकार ने रूस और बेलारूस पर यूरोपीय संघ के देशों को अस्थिर करने के लिए प्रवासियों का उपयोग करने का आरोप लगाया है. 

पोलैंड पर हो सकता है हमला 

पोलिश प्रधानमंत्री मैटिअस्ज़ मोराविएकी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अब स्थिति और भी खतरनाक हो गई है. उन्होंने आगे कहा कि यह निश्चित रूप से पोलिश क्षेत्र पर एक और हाइब्रिड हमले की दिशा में एक कदम है. बता दें कि पोलैंड सीमा से कुछ ही दूरी पर वैगनर लड़ाके बेलारूसी सैनिकों को लड़ाई का प्रशिक्षण दे रहे हैं. बता दें कि फरवरी 2022 से छिड़े युद्ध में पोलैंड यूक्रेन का बड़ा सहयोगी बनकर सामने आया. इतना ही नहीं, यूक्रेन से भागकर गए हजारों लोग अभी भी पोलैंड में रह रहे हैं. सीमा के पास वैगनर लड़ाकों और बेलारूसी सैनिकों की गतिविधियां देखते हुए पोलैंड ने हाल ही में अपने क्षेत्र में एक हजार अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की है. 

लुकाशेंको भी दे चुके हैं चेतावनी 

गौरतलब है कि इससे पहले बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने कहा था कि बेलारूस में मौजूद वैगनर लड़ाके वर्साय (पोलैंड की राजधानी) की तरफ बढ़ना चाहते हैं. शुक्रवार को लिथुआनिया के एक आंतरिक मंत्री ने वैगनर समूह की मौजूदगी पर चिंता जताते हुए कहा कि बेलारूस के साथ लगे सीमा को बंद करने के विकल्प पर विचार किया जा रहा है. क्योंकि कि वैगनर ग्रुप के सैनिक बेलारूस की सीमाओं को पार करने की कोशिश कर सकते हैं. 

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