Donald Trump On Khalistan Issue: पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप की मुलाकात गुरुवार देर रात (भारतीय समय के मुताबिक शुक्रवार सुबह 3 बजे) व्हाइट हाउस में हुई. इस बैठक में भारत- अमेरिका व्यापार, रक्षा सहयोग, आतंकवाद विरोधी रणनीति और ऊर्जा साझेदारी जैसे कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. दोनों देशों ने अगले पांच वर्षों में आपसी व्यापार को दोगुना करने का लक्ष्य रखा और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर सहमति जताई.
इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खालिस्तानी आतंकियों के सवाल पर बड़ा बयान दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान के बाद गुरपतवंत सिंह पन्नू की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
खालिस्तानी आतंकियों के सवाल पर ट्रंप ने दिया ये जवाब
खालिस्तानी आतंकियों के सवाल पर ट्रंप ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि भारत के बाइडेन प्रशासन के साथ बहुत अच्छे रिश्ते नहीं थे. भारत और बाइडेन प्रशासन के बीच बहुत सी ऐसी चीजें हुईं, जो अच्छी नहीं थीं. जैसा कि आपने कहा कि हम एक बहुत ही हिंसक व्यक्ति (तहव्वुर राणा) को सजा दे रहे हैं. मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है कि उसे अभी तक दोषी ठहराया गया है या नहीं, लेकिन वो बेहद हिंसक व्यक्ति है. उसे हम तुरंत भारत वापस भेज रहे हैं. उसके बाद और भी बहुत कुछ किया जाएगा क्योंकि हमारे पास काफी अनुरोध हैं."
गुरपतवंत सिंह पन्नू की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
भारत ने गुरपतवंत सिंह पन्नू को आतंकी घोषित किया हुआ है. उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. भारत और अमेरिका दोनों के लिए पन्नू की गतिविधियां खतरा बनती जा रही हैं. पन्नू की भारत विरोधी गतिविधियों में विदेशी संगठनों की भूमिका भी सामने आई.
तहव्वुर राणा को प्रत्यर्पण के तहत भारत भेजने को मंजूरी दी
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि उनके प्रशासन ने 26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों में संलिप्तता के लिए भारतीय जांच एजेंसियों द्वारा वांछित तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है. पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक राणा वर्तमान में लॉस एंजिलिस के एक मेट्रोपॉलिटन डिटेंशन सेंटर में बंद है.
प्रधानमंत्री मोदी के साथ संयुक्त पत्रकार वार्ता में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘‘आज मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि मेरे प्रशासन ने दुनिया के सबसे बुरे इंसानों में से एक और मुंबई आतंकवादी हमले के साजिशकर्ताओं में से एक को भारत में न्याय का सामना करने के लिए प्रत्यर्पित करने को मंजूरी दे दी है. वह न्याय का सामना करने के लिए भारत वापस जा रहा है.’’