पाकिस्तानी सेना के इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशन (आईएसपीआर) ने रविवार को उस मीडिया रिपोर्ट को खारिज कर दिया, जिसमें ये दावा किया गया था कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सत्ता से जाने से कुछ घंटे पहले सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को बर्खास्त करने का आदेश दिया था. आईएसपीआर ने एक बयान में कहा है कि, यह झूठी कहानी है और इसमें कोई सच्चाई नहीं है. यह पूरी तरह से एक संगठित दुष्प्रचार अभियान का हिस्सा लगता है. इस मामले को बीबीसी के अधिकारियों के सामने रखा गया है.


क्या कहा गया था रिपोर्ट में


दरअसल, बीबीसी ने अपनी एक रिपोर्ट में सीधे तौर पर कहा था कि, इमरान खान ने जनरल बाजवा को बर्खास्त करने का आदेश दिया था, जिसके बाद सेना प्रमुख एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी के साथ प्रधानमंत्री आवास पहुंचे और पीएम के साथ दोनों काफी लंबी और सीक्रेट बैठक चली. रिपोर्ट में ये भी कहा गया था कि देश के रक्षा मंत्रालय द्वारा सेना प्रमुख की बर्खास्तगी के आदेश को शून्य घोषित करने की भी तैयारी थी. यही नहीं इस रिपोर्ट  में ये भी बताया गया था कि इस्लामाबाद हाई कोर्ट का देर रात दखल देने और इमरान खान से बाजवा को बर्खास्त करने के ऑर्डर को वापस लेने के लिए भी कहा गया.


स्रोत का जिक्र तक नहीं था


देश की सेना के मीडिया मामलों के विंग ने यह भी कहा है कि, यह रिपोर्ट विशिष्ट प्रचार है जिसमें किसी विश्वसनीय, प्रामाणिक और प्रासंगिक स्रोत का जिक्र तक नहीं है. उन्होंने कहा कि यह बुनियादी पत्रकारिता लोकाचार का उल्लंघन है.


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