Pakistan Hafiz Saeed: दुनिया के सबसे खूंखार आतंकवादियों के फेहरिस्त में टॉप पर रहने वाले लश्कर-ए-तैयबा (LET) के मुखिया हाफिज सईद की अंत की  शुरुआत हो चुकी है. 3 दिन पहले जहां खबर आ रही थी कि हाफिज सईद के बेटे कमालुद्दीन सईद का पेशावर में बदमाशों ने अपहरण कर लिया. वहीं दूसरी तरफ  कल यानी 30 सितंबर को लश्कर-ए-तैयबा (LET) के करीबी सहयोगी मुफ्ती कैसर फारूक की पाकिस्तान के कराची में अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी.


भारत में 26/11 हमले के पीछे हाफिज सईद को मास्टरमाइंड माना जाता है. इस महीने की शुरुआत में, लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े एक अन्य मौलवी मौलाना जिया उर रहमान की भी कराची में दो बाइक सवार हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इससे हमले से जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें गोली मारी गई है.


लश्कर-ए-तैयबा की फाउंडर की भी मौत


रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में पिछले कई सालों से आतंकियों की मौत हो रही. लश्कर-ए-तैयबा के एक अन्य संस्थापक सदस्य हाफ़िज़ अब्दुल सलाम भुट्टवी भी शामिल था. वो आतंकवादी समूह के दूसरे-इन-कमांड के रूप में भी काम कर चुका था. भुट्टवी की उम्र लगभग 80 वर्ष थी. उसने 2008 के मुंबई हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को तैयार करने में मदद की थी.


हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भुट्टवी की पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के शेखूपुरा की एक जेल में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी. उसे अगस्त 2020 में लाहौर की एक आतंकवाद विरोधी अदालत ने आतंकी वित्तपोषण के एक मामले में उन्हें साढ़े 16 साल जेल की सजा सुनाई थी.


ISI से जुडे़ लोगों की हत्या
इससे पहले ISI से जुड़ा एक अन्य व्यक्ति परमजीत सिंह पंजवार भी मारा गया था. परमजीत सिंह खालिस्तान कमांडो फोर्स का नेता था. हिजबुल मुजाहिदीन को उस समय झटका लगा जब फरवरी में उसके लॉन्च कमांडर और सैयद सलाहुद्दीन के करीबी सहयोगी बशीर पीर को रावलपिंडी में ISI मुख्यालय और सैन्य चौकी के पास अज्ञात हमलावरों ने मार डाला था.


हमलावरों ने उसे नजदीक से गोली मारी थी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी. इन हालिया हत्याओं के बाद, पाकिस्तान की ISI ने अपनी कई संपत्तियों को सुरक्षित स्थानों पर रख दिया है, जिससे देश के सैन्य-औद्योगिक परिसर में बेचैनी पैदा हो गई है. सितंबर में लश्कर गुर्गों क्रमश- रावलकोट में अबू कासिम कश्मीरी और नाज़िमाबाद में कारी खुर्रम शहजाद की हत्याओं के कारण इन संपत्तियों की सुरक्षा में सावधानी की आवश्यकता और भी अधिक स्पष्ट हो गई.


हाफिज सईद के लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन 
हाफिज सईद के लश्कर-ए-तैयबा (LET)  संगठन को संयुक्त राष्ट्र सहित भारत, अमेरिका, यूरोपीय संघ, ऑस्ट्रेलिया और रूस  आतंकी संगठन मानता है. भारत में हुए 26/11 हमले में हाफिज सईद मुख्य साजिशकर्ता है. 


26 नवंबर 2008 को हुए  हमले में 18 सुरक्षाकर्मियों समेत 166 लोग मारे गए थे..जबकि 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. मारे गए लोगों में कई देशों के नागरिक शामिल थे. इसको लेकर भारत ने पाकिस्तान के सामने कई तरह के सबूत भी पेश भी किया, जिसे पाकिस्तानी सरकार ने मानने से इंकार कर दिया.  


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