Pakistan Politics: पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार (11 अगस्त) को अपने फैसलों की समीक्षा प्रक्रिया को संशोधित करने वाले एक कानून को रद्द कर दिया. ये कानून के रद्द हो जाने से पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की उम्मीदों पर पानी फिर गया, जो किसी भी सार्वजनिक पद पर रहते हुए अपनी आजीवन अयोग्यता के खिलाफ चुनौती देने की मांग कर रहे थे. 


अदालत ने फैसला सुनाया कि सुप्रीम कोर्ट (निर्णयों और आदेशों की समीक्षा) अधिनियम 2023 असंवैधानिक है. जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट (निर्णयों और आदेशों की समीक्षा) अधिनियम 2023 पर शीर्ष अदालत के फैसले के समय पर अफसोस जाहिर किया है. हालांकि, उन्होंने कहा कि कोर्ट के फैसले से पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) सुप्रीमो नवाज शरीफ की पाकिस्तान लौटने की योजना पर कोई असर नहीं पड़ेगा.


'नवाज शरीफ वापस आएंगे'
पाकिस्तानी टीवी चैनल PTV के साथ एक इंटरव्यू में शहबाज शरीफ ने कहा, "जहां तक नवाज शरीफ की वापसी का सवाल है तो सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इससे कोई संबंध नहीं है." उन्होंने आगे कहा कि नवाज शरीफ ने पांच साल की अयोग्यता अवधि पूरी कर ली है.


शहबाज शरीफ ने कहा, "अभी जो कानून है, उसमें कहा गया है कि अयोग्यता की अधिकतम अवधि पांच साल है. नवाज शरीफ वापस आएंगे और यह फैसला बाधा नहीं बनेगा". उनकी यह टिप्पणी उनके उस बयान के एक दिन बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि नवाज शरीफ सितंबर में पाकिस्तान लौटेंगे और कानून का सामना करेंगे.


नवाज शरीफ से मिलने लंदन जाएंगे
जियो न्यूज कैपिटल टॉक प्रोग्राम के साथ एक इंटरव्यू में शहबाज शरीफ ने कहा कि कार्यवाहक सरकार के कार्यभार संभालते ही वह अपने बड़े भाई नवाज शरीफ से मिलने के लिए लंदन जाएंगे.


उन्होंने कहा, ''नवाज शरीफ अगले महीने पाकिस्तान वापस आएंगे और कानून का सामना करेंगे और चुनाव अभियान का नेतृत्व करेंगे.'' हालांकि, उन्होंने नवाज़ शरीफ की पाकिस्तान वापसी की सही तारीख का खुलासा नहीं किया. PML-N सुप्रीमो स्वास्थ्य कारणों से नवंबर 2019 से लंदन में आत्म-निर्वासन में रह रहे हैं.


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