पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कार्यवाहक प्रधानमंत्री के लिए दो नाम राष्ट्रपति को भेजे हैं. ये नाम हैं रिटायर्ड जस्टिस अजमत सईद और रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल हारून असलम का. जबकि पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के नेता शहबाज शरीफ ने राष्ट्रपति को नाम देने से इनकार किया है. 


पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने सोमवार को एक अधिसूचना जारी कर कहा कि इमरान खान कार्यवाहक प्रधानमंत्री की नियुक्ति होने तक मुल्क के प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे. इससे पहले, कैबिनेट सचिवालय ने एक अधिसूचना जारी कर कहा था कि खान तत्काल प्रभाव से पाकिस्तान का प्रधानमंत्री पद छोड़ रहे हैं. हालांकि, संविधान के अनुच्छेद 94 के तहत राष्ट्रपति ‘‘अपने उत्तराधिकारी के प्रधानमंत्री का पदभार संभालने तक निवर्तमान प्रधानमंत्री को पद पर बने रहने के लिए कह सकते हैं.’’ राष्ट्रपति अल्वी ने प्रधानमंत्री खान की सलाह पर नेशनल असेंबली (एनए) को भंग कर दिया है.


इसके अलावा पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट आज इमरान खान के खिलाफ नेशनल असेंबली में लाया गया अविश्वास प्रस्ताव खारिज किए जाने और सदन भंग करने को राष्ट्रपति द्वारा मंजूरी दिए जाने के मामले पर सुनवाई कर रहा है. खान ने संसद के निचले सदन, 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में प्रभावी तौर पर बहुमत खो दिया था.


विपक्ष की याचिका पर सुनवाई कर रहे पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जो भी नेशनल असेंबली में हुआ, उसकी समीक्षा जरूरी है. कोर्ट ने कहा कि हम आज ही आदेश जारी करेंगे. कोर्ट ने इस दौरान पीपीपी के वकील को फटकार लगाते हुए कहा कि यहां राजनीतिक बातें ना करें. 


संयुक्त विपक्ष आठ मार्च को अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया था. देश की राजनीतिक स्थिति तब तक विपक्ष के पक्ष में थी जब तक कि खान यूक्रेन पर एक स्वतंत्र विदेश नीति का अनुपालन करने को लेकर अमेरिका द्वारा उन्हें सत्ता से बेदखल करने की साजिश की बात लेकर नहीं आए थे.


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