Pakistan: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने आर्थिक संकट के लिए वर्तमान सरकार को दोषी ठहराया और कहा कि पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति कभी भी ऐसी नहीं थी. इसके साथ ही उन्होंने पीएम शहबाज शरीफ पर निशाना साधते हुए उनको धन का पुजारी, बिना विचारधारा वाला व्यक्ति और कश्मीर मुद्दे पर समझौता करने वाला बताया है.
गौरतलब है कि हाल ही में पाक के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने यह कहते हुए सुर्खियां बटोरी हैं कि हमें भारत से युद्ध नहीं करना चाहिए था. हम भारत के साथ ईमानदारी से बातचीत करना चाहते हैं. इस बयान के बाद पाकिस्तान में सियासी घमासान मचा हुआ है. पूर्व पीएम इमरान खान ने शरीफ पर हमला करते हुए कहा है कि जब धन के पुजारियों और किसी विचारधारा और विश्वास से विहीन लोगों को पदों पर बिठाया जाता है, तो इसी तरह के शर्मनाक परिणाम सामने आते हैं.
भारतीय लॉबी को खुद करने के लिए दिया बयान: इमरान खान
इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि सिर्फ भारतीय लॉबी को समर्थन और खुश करने के लिए, वे कश्मीर के लोगों के अभूतपूर्व स्वतंत्रता संग्राम को दफनाने के लिए इच्छुक और तैयार हैं, जिसे एक लाख कश्मीरियों ने अपने खून से सींचा हैं. हमारे फाउंडर ने पाकिस्तान के सपने को हासिल करने के लिए बलिदान दिया है, ऐसे में इस तरह का बयान शर्मनाक है.
मिलजुल कर रहना चाहिए: शहबाज शरीफ
इससे पहले प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा था कि भारत और पकिस्तान पड़ोसी देश हैं. दोनों को मिलजुल कर रहना चाहिए. यह हमारे हाथ में है कि हम आपस में मिलजुल शांति से कैसे रहते हैं. अगर हम मिलजुल कर रहते हैं तो इसमें दोनों देशों को फायदा है. एक दूसरे से झगड़ा करते हुए समय के साथ-साथ संसाधनों की भी बर्बादी होती है.
बता दें कि पीएम शहबाज शरीफ ने कश्मीर मुद्दे पर यूएई से मध्यस्थता की अपील की है. इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से शांति पर अमल लाने की बात की गई थी. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने कहा था कि पाकिस्तान भारत के साथ मुद्दे सुलझाना चाहता है. लेकिन भारत भी इसे गंभीरता से ले.
बवाल बढ़ता देख मारी पलटी
बवाल बढ़ता देख शहबाज़ शरीफ़ के ऑफिस से सफ़ाई देते हुए कहा गया कि भारत से बातचीत तभी हो सकती है, जब भारत कश्मीर से धारा 370 हटाने के अपने 'अवैध फ़ैसले' को पलटे और वहां दोबारा पुराने प्रावधान लागू करे.
हाल ही में हुई थी नोक झोंक
बता दें कि हाल ही में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच तीखी नोकझोक देखने को मिली थी. जब पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भारत प्रशासित कश्मीर का मुद्दा उठाया था. जिसके जवाब में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने खरी-खोटी सुनाई थी.