India Vs Bharat: भारत में होने वाले जी 20 डिनर इन्विटेशन कार्ड पर इंडिया की जगह भारत लिखे जाने पर विवाद खड़ा हो गया. इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया के बजाय प्रेसिडेंट ऑफ भारत कह कर पुकारा गया. इसके बाद ये अटकलें तेज हो गई है कि शायद पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार इंडिया का नाम बदलना चाहती है और उसके बदले भारत रखना चाहती है.

हाल ही में पाकिस्तान की स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अगर इंडिया नाम की मान्यता आधिकारिक तौर पर संयुक्त राष्ट्र में रद्द कर दी जाती है तो पाकिस्तान इंडिया के नाम पर अपना दावा पेश कर सकती है. आपको बता दें कि पाकिस्तान काफी लंबे समय से ये दलील देता आया है कि इंडिया नाम सिंधु क्षेत्र को दर्शाता है. इसके बाद शायद पाकिस्तान की नजरें इंडिया नाम पर हो सकती है.

वहीं South Asia Index report की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल से किए गए एक ट्वीट में कहा है कि अगर भारत संयुक्त राष्ट्र स्तर पर आधिकारिक तौर पर इसकी मान्यता रद्द कर देता है तो पाकिस्तान भारत नाम पर दावा कर सकता है. मोहम्मद अली जिन्ना इंडिया नाम जताई थी आपत्तिरिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री कायदे आजम मोहम्मद अली जिन्ना ने इंडिया नाम का विरोध किया था. उन्होंने ब्रिटिश भारत की ओर से नए स्वतंत्र देश के नाम के रूप में इंडिया नाम के अपनाने पर आपत्ति जताई थी. उन्होंने इसके जगह पर हिंदुस्तान या भारत का सुझाव दिया था.

एक बार साल 1947 में भारत की आजादी के एक महीने बाद मोहम्मद अली जिन्ना एक कला प्रदर्शनी का अध्यक्ष बनने के लिए लुईस माउंटबेटन के तरफ से भेजे गए निमंत्रण को स्वीकार करने से इनकार कर दिया था.

लुईस माउंटबेटन के तरफ से भेजे गए निमंत्रण पत्र पर हिंदुस्तान के बजाय इंडिया शब्द का इस्तेमाल किया गया था. उस वक्त इस घटना के बाद जिन्ना ने भारत के आखिरी गवर्नर रहे माउंटबेटन को एक पत्र लिखा और कहा कि ये दुख की बात की कुछ अज्ञात कारणों की वजह से भारत ने इंडिया नाम को अपना लिया है.

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