Sharmistha Panoli Controversy: सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर शर्मिष्ठा पनोली के गिरफ्तारी के खिलाफ कई लोगों ने आवाज उठाई थी. इसमें आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण समेत बीजेपी के कई नेता शामिल हैं. हालांकि अब ये मुद्दा राष्ट्रीय स्तर का नहीं बल्कि इंटरनेशनल हो चुका है. पहले डच नेता गीर्ट वाइल्डर्स ने शर्मिष्ठा को अपना समर्थन दिया था और पीएम मोदी से उनकी रिहाई की अपील की थी. अब इसमें एक नया नाम बलूचिस्तान सेना का जुड़ गया है.

बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी की ओर से X पर लिखा गया है कि शर्मिष्ठा नाम की एक हिंदू लड़की को पाकिस्तान के खिलाफ बोलने के कारण गिरफ्तार किया गया, जो एक तथाकथित लोकतंत्र में बहुत शर्मनाक है, जहां एक लड़की को बोलने की आजादी नहीं दी जाती. भारत सरकार को तुरंत उसकी रिहाई सुनिश्चित करनी चाहिए. बलूच आर्मी ने ये भी कहा कि पाकिस्तान और उसके समर्थक भारत में भी मौजूद हैं.

बता दें कि शर्मिष्ठा पनोली को शुक्रवार दोपहर 30 मई को हरियाणा के गुरुग्राम से  कथित आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर गिरफ्तार कर लिया गया था. वह लॉ की स्टूडेंट है. हालांकि, 22 22 वर्षीय शर्मिष्ठा आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट को बाद में डिलीट करके माफी भी मांगी थी. उसने पोस्ट में माध्यम से सांप्रदायिक टिप्पणी करते हुए दावा किया था कि कुछ बॉलीवुड हस्तियां ऑपरेशन सिंदूर पर चुप हैं. इस पोस्ट के कारण उन्हें इंटरनेट पर काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. ऑनलाइन काफी कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिली थी. कई सोशल मीडिया यूजर्स ने उन पर नफरत को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था.

शर्मिष्ठा पर क्या बोले AIMIM नेता वारिस पठान?

शर्मिष्ठा पनोली से जुड़े मामले पर AIMIM नेता वारिस पठान ने आरोप लगाया कि इसमें धार्मिक भावनाओं को आहत करने की कोशिश की गई है और नफरत फैलाई जा रही है. इसके बाद सोशल मीडिया पर #ArrestSharmistha जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे. इसके अलावा कंगना रनावत ने शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी पर आवाज उठाई और उन्हें तुरंत रिहा करने की बात की.