Russia-Israel On Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई. इस पर दुनियाभर से प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. हमले के 24 घंटे के भीतर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से संपर्क कर गहरी संवेदना और आतंक के खिलाफ सहयोग की प्रतिबद्धता जताई है.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस हमले को “क्रूर और अमानवीय” करार देते हुए कहा कि इसका कोई मतलब नहीं हो बनता है. हम उम्मीद करते हैं कि इसके पीछे शामिल लोग और अपराधियों को उचित सजा मिलेगी. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित करते हुए आगे लिखा कि प्रिय मित्र नरेंद्र मोदी मैं आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों से लड़ने में भारतीय साझेदारों के साथ सहयोग बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराना चाहता हूं. मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी सच्ची सहानुभूति है.
नेतन्याहू का बयानइजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी अपने आधिकारिक संदेश में इस हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि मेरे प्रिय मित्र नरेंद्र मोदी पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले से मैं बहुत दुखी हूं. हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में इजरायल भारत के साथ खड़ा है. यह बयान एक बार फिर साबित करता है कि भारत और इजरायल के बीच कूटनीतिक और सुरक्षा सहयोग कितना गहरा है, विशेष रूप से आतंकवाद जैसे साझा खतरों के खिलाफ है.
आतंकी हमले पर श्रीलंका का बयानजम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि हम पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करतें हैं. हम पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं.श्रीलंका आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ लड़ाई में भारत सरकार और लोगों के साथ दृढ़ एकजुटता में खड़ा है. हम क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता दोहराते हैं.
अमेरिका ने आतंकवादी हमले की कि कड़ी निंदाकश्मीर हमले पर अमेरिका ने कहा कि वह आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं.पर्यटकों और नागरिकों की हत्या करने वाले ऐसे जघन्य कृत्य को कोई भी उचित नहीं ठहरा सकता. हमारी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है. हम स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और अपराधियों को जवाबदेह ठहराने का आह्वान करते हैं.
भारत को मिल रहा है वैश्विक समर्थनइस हमले की अमेरिका, फ्रांस, रूस, इजरायल, श्रीलंका और ईरान जैसे देशों ने निंदा की है. उन्होंने आतंक के खिलाफ भारत के साथ खड़े रहने की प्रतिबद्धता दोहराई है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय का यह एकजुट समर्थन भारत की कूटनीतिक ताकत को दर्शाता है और यह संकेत देता है कि आतंकवाद को अब दुनिया किसी सीमित दृष्टिकोण से नहीं देख रही.