Operation Sindoor: 7 मई 2025 की रात भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकियों के खिलाफ एक सटीक और संयमित हवाई हमला किया. इस ऑपरेशन का उद्देश्य स्पष्ट था- भारत में हुए पहलगाम आतंकी हमले का जवाब देना, जिसमें 26 निर्दोष नागरिक मारे गए थे. भारत ने इस कार्रवाई को अंजाम देने के लिए राफेल लड़ाकू विमानों और SCALP क्रूज़ मिसाइलों का उपयोग किया, जिससे पाकिस्तान और PoK के नौ आतंकी ठिकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया गया. इस स्ट्राइक में 80 से अधिक आतंकियों की मौत की पुष्टि हुई है.
इस हमले के बाद सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो सामने आए जिसमें पाकिस्तान में मारे गए आतंकियों के जनाजों में पाकिस्तानी सेना के उच्च अधिकारी भी दिखाई दिए. ये दृश्य यह दर्शाते हैं कि आतंकवादियों के लिए मातम मनाने के लिए पाकिस्तानी सेना खुद उपस्थित थी. इससे यह बात एक बार फिर से स्पष्ट हो गई कि पाकिस्तान की सेना न केवल आतंकियों को समर्थन देती है बल्कि उन्हें संरक्षण भी प्रदान करती है.
मुरीदके और बहावलपुर में आतंकी ठिकाने तबाह
मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा और बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी अड्डों पर जब भारत की मिसाइलें फूटीं तो पाकिस्तान में हड़कंप मच गया. घायल आतंकियों से अस्पताल में मिलने के लिए भी पाकिस्तानी फौजी पहुंचे और इसके कुछ ही देर बाद अस्पताल के बाहर भारत विरोधी नारे लगने लगे. इन घटनाओं ने यह साबित कर दिया कि पाकिस्तान की सेना और आतंकी संगठन न केवल साथ-साथ काम करते हैं, बल्कि संकट के समय एक-दूसरे का साथ भी देते हैं.
ऑपरेशन को लेकर डिफेंस एक्सपर्ट की राय
भारत के इस सटीक ऑपरेशन को लेकर डिफेंस एक्सपर्ट संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि यह केवल एक मिलिट्री स्ट्राइक नहीं बल्कि एक समर्पित राष्ट्रीय सुरक्षा नीति का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना, खुफिया एजेंसियों और राजनीतिक नेतृत्व के बीच जबरदस्त तालमेल का परिणाम है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर को इस सफल कार्रवाई का नेतृत्व करने के लिए सराहा.
उन्होंने बताया कि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ केवल सैन्य नहीं बल्कि राजनयिक, आर्थिक और डिजिटल स्तर पर भी कार्रवाई की थी. भारत ने 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के अगले ही दिन सिंधु जल समझौते को सस्पेंड करने का फैसला किया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान की भूमिका से अवगत कराया. इस डिप्लोमैटिक स्ट्राइक के बाद अब मिलिट्री स्ट्राइक भी सफलतापूर्वक पूरी की गई है.
भारत ने दिया साफ संदेश
भारत ने स्पष्ट कर दिया कि यह कार्रवाई किसी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान या आम नागरिकों के विरुद्ध नहीं की गई, बल्कि केवल आतंकवाद के खिलाफ है. भारत की नीति स्पष्ट है. अगर कोई देश भारत में आतंक फैलाता है तो उसे उसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. भारत की तरफ से दी गई यह चेतावनी बेहद स्पष्ट है कि अगर पाकिस्तान ने इस कार्रवाई के बाद कोई मिसकैलकुलेशन किया, तो यह उसके लिए बेहद विनाशकारी साबित हो सकता है.
पाकिस्तान आतंकवाद का संरक्षक
यह पूरा अभियान भारत की काउंटर टेरर स्ट्रैटेजी का एक मजबूत स्तंभ बन चुका है. ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने सिर्फ आतंकी ढांचों को ध्वस्त नहीं किया, बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि अब आतंकवाद को केवल जवाब नहीं, बल्कि सजा दी जाएगी. जिस तरह पाकिस्तान की सेना इन आतंकियों के ताबूत के सामने झुकी दिखाई दी, वह विश्व समुदाय के लिए एक और संकेत है कि पाकिस्तान अब भी आतंकवाद का संरक्षक बना हुआ है.
अंतरराष्ट्रीय कानूनों के दायरे में ऑपरेशन को दिया गया अंजाम
भारत की यह कार्रवाई पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय कानूनों के दायरे में की गई है और इसका उद्देश्य केवल आतंकवाद को समाप्त करना है. यह कार्रवाई पाकिस्तान के लिए एक चेतावनी है कि वह अब आतंकवादियों को अपनी नीति का हिस्सा न बनाए क्योंकि अगली बार कीमत और भी बड़ी हो सकती है.