Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान में आतंकवाद के आकाओं को दहशत से भर दिया है. यह ऑपरेशन पहलगाम आतंकी हमले के बाद शुरू हुआ, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी सैफुल्ला कसूरी की भूमिका सामने आई. बताया जा रहा है कि इसी के बाद से पाकिस्तान ने कसूर क्षेत्र में एक गुप्त सुरंग निर्माण शुरू कर दिया है ताकि आतंकवादियों को बचाया जा सके.

भारतीय खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, यह सुरंग पाकिस्तानी सेना खुद बना रही है और इसका उद्देश्य भारत की संभावित स्ट्राइक से पहले लश्कर के ऑपरेशनल ठिकानों और कमांडरों को बचाना है

सैफुल्ला कसूरी पहलगाम हमले का मास्टरमाइंडसैफुल्ला कसूरी, लश्कर-ए-तैयबा का डिप्टी कमांडर, न केवल कसूर का स्थानीय निवासी है, बल्कि उसके उकसावे वाले भाषणों ने ही पहलगाम आतंकी हमले की भूमिका तैयार की थी. भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, उसके निर्देश पर हमला किया गया था. उसकी गिरफ्तारी और सफाए के लिए ही ऑपरेशन सिंदूर को मंजूरी दी गई है.यह भी जानकारी मिली है कि कसूरी को पाकिस्तानी सेना की सीधी मदद से सुरंग के जरिए किसी सुरक्षित स्थान पर भेजने की योजना चल रही है.

पाकिस्तान की सुरंग साजिश: रणनीति या डर?पाकिस्तानी सेना का कसूर क्षेत्र में सुरंग बनाना इस बात की ओर संकेत करता है कि भारत की सैन्य ताकत और इरादे को लेकर पाकिस्तान अंदर से घबराया हुआ है. यह सुरंग एक खेत में बनाई जा रही है और इसका उद्देश्य आतंकी नेताओं को छिपाना और भारत के हवाई या ग्राउंड स्ट्राइक से बचाना है.भारतीय एजेंसियों को यह जानकारी मिली है कि पाकिस्तान यह सुरंग इस तरह से बना रहा है कि अगर स्ट्राइक होती है तो आतंकियों को पहले से वहां से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा सके.

भारत की चेतावनी और पाकिस्तान का डरभारत पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि वह आतंकवाद के विरुद्ध किसी भी हद तक जाएगा. ऑपरेशन सिंदूर इसी संकल्प का हिस्सा है, जिसमें लक्षित हमलों के जरिए आतंकियों के नेटवर्क को ध्वस्त किया जाएगा. पाकिस्तानी सेना के सुरंग निर्माण की योजना इस बात का प्रमाण है कि वह भारत की कड़ी प्रतिक्रिया से डरी हुई है.