रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने दशहरे पर पाकिस्तान को जो सख्त संदेश दिया है, उसने पड़ोसी मुल्क में हलचल मचा दी है. पूरे पाकिस्तान में डर का मौहाल है और अब पाकिस्तान आर्मी चीफ फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने कोर कमांडर कॉन्फ्रेंस की है, जिसमें उन्होंने अपनी सेना को तैयार रहने और फिटनेस का खास ख्याल रखने का निर्देश दिया है. बुधवार (8 अक्टूबर, 2025) को रावलपिंडी में जनरल हेडक्वार्टर में आसिम मुनीर ने सेनाओं के साथ 272वीं कोर कमांडर कॉन्फ्रेंस की.
पाकिस्तानी न्यूज चैनल समा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार राजनाथ सिंह और जनरल उपेंद्र द्विवेदी की चेतावनी से पाकिस्तानी सेना में डर का माहौल है और बैठक में भी आसिम मुनीर ने इस पर चिंता जताई है. आसिम मुनीर ने एकबार फिर गीदड़भभकी दी और कहा कि पाकिस्तान हर हमले का जवाब देने के लिए तैयार है.
सेना को तैयार रहने का आसिम मुनीर ने दिया निर्देशउन्होंने कहा, 'हम यह साफ कर देना चाहते हैं कि हर हमले का त्वरित और आक्रामक तरीके से जवाब दिया जाएगा. अगर कोई हमला होता है तो हमारी सेना उसका मजबूती और अधिक दृढ़ता के साथ जवाब देगी.' आसिम मुनीर ने कहा कि पाकिस्तानी आर्मी हर तरह से सक्षम है. आसिम मुनीर ने अपने फौजियों से सेहत पर ध्यान देने को भी कहा है. उन्होंने सेना को हर समय अनुशासन बनाए रखने, फिजिकल फिटनेस पर ध्यान देने और हर वक्त तैयार रहने का निर्देश दिया है.
आसिम मुनीर अब भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे, उन्होंने कॉन्फ्रेंस में भी कश्मीर का मुद्दा उठाया और कहा कि पाकिस्तान कश्मीरी लोगों के साथ है. उन्होंने गाजा की भी बात की और तत्काल युद्धविराम और वहां के लोगों को मानवीय सहायता पहुंचाने का आग्रह किया.
कॉन्फ्रेंस में कमांडर्स ने पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच हाल ही में हुई डिफेंस डील की भी सराहना की और कहा कि यह डील सीमा के इलाकों में सुरक्षा साझेदारी को मजबूत करने और आपसी रक्षा हितों को बढ़ावा देने में मदद करने में अहम रोल निभाएगी.
राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पाकिस्तान को क्या चेतावनी दी?2 अक्टूबर को दशहरा के दिन राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया था कि अगर सर क्रीक पर कोई भी हिमाकत करने की कोशिश की तो पाकिस्तान काइतिहास और भूगोल बदल दिया जाएगा. गुजरात के भुज में एक सैन्य अड्डे पर जवानों को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को यह चेतावनी दी थी.
राजनाथ सिंह ने कहा था, 'भारत ने बातचीत के जरिए सर क्रीक के मुद्दे को कई बार सुलझाने की कोशिश की, लेकिन पाकिस्तान की मंशा स्पष्ट नहीं है. सर क्रीक के पास उसके बुनियादी ढांचे के हालिया विस्तार से उसकी मंशा का साफ पता चलता है. उन्होंने कहा कि सर क्रीक सेक्टर में पाकिस्तान के किसी भी दुस्साहस का निर्णायक जवाब दिया जाएगा और ये जवाब इतना कड़ा होगा कि यह पाकिस्तान का इतिहास और भूगोल दोनों बदल सकता है.'
रक्षा मंत्री ने कहा था कि 1965 के युद्ध में भारतीय सेना ने दिखाया था को वह लाहौर तक पहुंचने में सक्षम है इसलिए 2025 में उसे याद रखना चाहिए कि कराची जाने का एक रास्ता इसी खाड़ी से होकर गुजरता है. सर क्रीक 96 किलोमीटर लंबी दलदली जमीन है, जो भारत के गुजरात और पाकिस्तान के सिंध प्रांत के बीच स्थित है.
3 अक्टूबर को जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने भी आतंकवाद को पालने-पोसने वाले पाकिस्तान को चेताया था और कहा था कि अगर वो अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो दुनिया के नक्शे से उसका नामो-निशान मिटा दिया जाएगा.