Nobel Winner Trail In Russia: बेलारूस के नोबेल प्राइज विनर एलेस बालियात्स्की को गुरुवार (5 जनवरी) को मिन्स्क में ट्रायल के लिए ले जाया गया. एलेस बालियात्स्की को पिछले साल के नोबेल शांति पुरस्कार से सह-सम्मानित किया गया था. उन्होंने 1996 में अधिनायकवादी देश के सबसे प्रमुख अधिकार समूह वियासना (स्प्रिंग) की स्थापना की थी. वियासना ने सोशल मीडिया पर कहा कि एलेस बालियात्स्की और उनके सहयोगियों वैलेंटाइन स्टेफनोविच और व्लादिमीर लाबकोविच को सुनवाई की शुरुआत में जेल के अदालत कक्ष में देखा गया.


बेलारूस के 60 वर्षीय एलेस बालियात्स्की और उनके सहयोगियों को 2020 में शासन के खिलाफ बड़े पैमाने पर प्रदर्शनों के बाद जेल में डाल दिया गया था, जब सत्तावादी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने दावा किया था कि चुनावों में जीत अंतरराष्ट्रीय समुदाय के ओर से धोखाधड़ी मानी गई थी.


साल 2021 से हिरासत में हैं
रूसी नेता व्लादिमीर पुतिन की मदद से, लुकाशेंको विपक्षी आंदोलन पर टूट पड़े, अपने आलोचकों को जेल में डाल दिया या उन्हें देश के बाहर भेजा दिया गया. हाई-प्रोफाइल वियासना ट्रायल की शुरुआत स्वतंत्र पत्रकारों और निर्वासन में रहने वाले विपक्षी आंदोलन के नेता स्वेतलाना तिखानोव्सकाया के ट्रायल की शुरुआत के बाद होगी. बेलियात्स्की, स्टेफ़ानोविच और लैबकोविच जुलाई 2021 से हिरासत में हैं. शुरुआत में उन पर टैक्स चोरी का आरोप लगाया गया था.


दुश्मनी भड़काने सहित कई आरोप लगे
वियासना ने नवंबर में कहा था कि अधिकार प्रचारकों पर अब कथित रूप से विपक्षी गतिविधियों को पैसे देने के लिए बेलारूस में बड़ी मात्रा में पैसों की तस्करी का आरोप है. ऐसे लोगों को सात से 12 साल के कारावास का सामना करना पड़ता है. बेलारूस में सबसे बड़े स्वतंत्र समाचार आउटलेट टूट.वाई के कई कर्मचारी, जिनमें इसके संपादक-इन-चीफ मरीना ज़ोलोटोवा भी शामिल हैं, ये सारे लोग ट्रायल में जाएंगे. उन पर टैक्स चोरी और दुश्मनी भड़काने सहित कई आरोप लगे हैं. मीडिया आउटलेट को 2021 में चरमपंथी कहा गया था.


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