काठमांडू: नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली को सोमवार को संसद के निचले सदन में अपना बहुमत साबित करने के लिए विश्वास मत में जीत हासिल करनी होगी. पुष्पकमल दहल 'प्रचंड' नीत नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी केंद्र) द्वारा ओली सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद उन्हें निचले सदन में बहुमत साबित करना है.


नेपाल में सोमवार को संसद का विशेष सत्र बुलाया गया है और इस दौरान प्रधानमंत्री ओली 275 सदस्यीय सदन में बहुमत साबित करने के लिए विश्वास मत में जीत का प्रयास करेंगे.


प्रधानमंत्री की किस्मत का फैसला सोमवार को होने वाले विश्वास मत के नतीजों पर निर्भर करेगा, जिसके चलते सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (यूएमएल) ने अपने सभी सांसदों को व्हिप जारी कर प्रधानमंत्री के पक्ष में मतदान करने का अनुरोध किया है.


प्रचंड नीत दल के सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद ओली की सरकार अल्पमत में आ गई है.


फिलहाल, निचले सदन में 121 सदस्य सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (यूएमएल) के साथ हैं. हालांकि, ओली को उम्मीद है कि विश्वास मत के दौरान अन्य दलों के सांसदों के समर्थन से वह बहुमत साबित करेंगे.


इस बीच, सूत्रों ने बताया कि नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (यूएमएल) के माधव नेपाल नीत प्रतिद्वंद्वी धड़े ने मतदान से पहले उनके समर्थन वाले सभी 22 सांसदों के इस्तीफे की चेतावनी दी है.


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