Nepal: भारत की राह पर चलते हुए नेपाल सरकार ने लोकप्रिय चीनी ऐप टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है. सोमवार (13 नवंबर) को हुई नेपाली कैबिनेट की बैठक में सामाजिक सद्भाव पर इसके नकारात्मक प्रभावों का हवाला देते हुए टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया था. हालांकि, यह निर्णय कब से लागू होगा यह अभी तक पता नहीं चल पाया है. 


काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार नेपाल सरकार की प्रवक्ता रेखा शर्मा ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एक बुनियादी अधिकार है, लेकिन टिकटॉक को बैन करने का फैसला प्लेटफॉर्म पर होने वाली उन गतिविधियों से उपजा है, जिन्हें नेपाल में सामाजिक सद्भाव को बाधित करने वाला माना जाता है.  रिपोर्ट के अनुसार, पिछले चार साल में इस चाइनीज ऐप पर साइबर अपराध के 1,647 मामले सामने आए हैं.


सोशल मीडिया को लेकर नेपाल सरकार ने बनाए नए नियम 
गौरतलब है कि नेपाल पुलिस के साइबर ब्यूरो, गृह मंत्रालय और टिकटॉक के प्रतिनिधियों ने पिछले सप्ताह की शुरुआत में इस मुद्दे पर चर्चा की थी. नए नियम के अनुसार नेपाल में एक्टिव सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को देश में अपने कार्यालय स्थापित करने होंगे.


बता दें कि गुरुवार (9 नवंबर) को हुई कैबिनेट की बैठक में फेसबुक, एक्स (पूर्व में ट्विटर), टिकटॉक और यूट्यूब जैसी सोशल मीडिया साइटों के लिए नेपाल में अपने संपर्क कार्यालय खोलना अनिवार्य कर दिया गया था.


भारत भी लगा चुका है टिकटॉक पर बैन 
सरकार ने पिछले सप्ताह कहा था कि नेपाल में कंपनियों के प्रतिनिधियों की अनुपस्थिति के कारण उसके अधिकारियों के लिए यूजर्स की चिंताओं को दूर करना और प्लेटफार्म से आपत्तिजनक कंटेंट हटाना मुश्किल हो गया था. बता दें कि इससे पहले भारत समेत कई देश सुरक्षा कारणों से चीनी ऐप टिकटॉक पर बैन लगा चुके हैं.


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