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नेपाल भयंकर संकट से जूझ रहा है. देश में सोशल मीडिया ऐप्स पर लगे बैन के बाद भड़की हिंसा ने कई लोगों की जान ले ली. केपी शर्मा ओली ने हालात बिगड़ते देख मंगलवार (9 सितंबर) को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन वे इस वक्त कहां हैं, इसको लेकर जानकारी सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आई है. प्रदर्शनकारियों ने कई सरकारी इमारतों को आग के हवाले कर दिया था. हालांकि बुधवार (10 सितंबर) सुबह सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ दिखा.

ओली को लेकर खबर थी कि वे नेपाल छोड़कर दुबई भाग सकते हैं, लेकिन फिलहाल उनकी लोकेशन को लेकर पुख्ता जानकारी नहीं मिली है. नेपाली मीडिया के मुताबिक ओली काठमांडू के ही किसी सेफ हाउस में छिपे हैं. अहम बात यह भी है कि त्रिभुवन एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है. लिहाजा वहां से फ्लाइट्स ऑपरेट नहीं हो रही हैं. देश की कमान सेना के हाथों में है. काठमांडू की सड़कों पर जवान गश्त भी लगा रहे हैं. 

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ओली के घर को प्रदर्शनकारियों ने लगाई आग

नेपाल सरकार के कई मंत्रियों को प्रदर्शनकारियों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. कई सरकारी इमारतों में आग लगा दी गई. प्रदर्शनकारी केपी शर्मा ओली के घर भी पहुंच गए थे. उनके भक्तपुर स्थित घर को आग लगा दी गई थी. हालांकि तब तक ओली अपने परिवार के साथ भागने में सफल रहे थे. कयास लगाया जा रहा है कि वे किसी सुरक्षित जगह पर छिप गए हैं.

उग्र प्रदर्शन के बीच बंद किया गया पशुपतिनाथ मंदिर

नेपाल के सबसे पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक पशुपतिनाथ मंदिर को देश में बढ़ते हिंसक प्रदर्शन के कारण बुधवार को दर्शनार्थियों के लिए बंद कर दिया गया है. मंदिर परिसर की सुरक्षा सुनिश्चित करने और शांति बनाए रखने के लिए नेपाल सेना को तैनात किया गया है.

काठमांडू की सड़कों पर बुधवार सुबह सन्नाटा दिखाई दिया. बहुत ही कम लोग घरों से बाहर निकले. पूरे शहर में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है. आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पों में कम से कम 22 लोगों की मौत हुई है और 500 से अधिक लोग घायल हुए.